प्रतापगढ़ जेल में चाकू बाजी की घटना से हर काम बच गया है चाकू से घायल 25 वर्षी एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है बंदे को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया जहां से उसे प्रयागराज रेफर कर दिया गया है घटना को लेकर जेल प्रशासन पर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर जेल परिसर के अंदर चाकू कैसे पहुंचा किस तरह की घटना चिंताएं बढ़ती हैं जिला कारागार में यह पहली घटना नहीं इससे पहले भी जिला का कारागार में सुरक्षा व्यवस्था में कई बार कमियां उजागर हो चुकी है

सोशल मीडिया पर जेल की चल रही खबर का लिया गया संज्ञान


प्रतापगढ़ जेल अधीक्षक जिला कारागार प्रतापगढ़ ने अवगत कराया है कि सोशल मीडिया व मीडिया में प्रसारित यह खबर कि जिला कारागार में चाकूबाजी की घटना हुई है तथा एक बंदी घायल हुआ है पूर्णतया असत्य व निराधार है एवं भ्रामक तथ्यों पर आधारित है।

  वास्तविकता यह है कि एक बंदी जो कि मानसिक रूप से अस्थिर व असामान्य है तथा कारागार चिकित्सालय में चिकित्सीय पर्यवेक्षण में निरुद्ध चल रहा था ।आज प्रातः लगभग 9.00 बजे अपनी सेल में ठोकर लगने से अचानक गिर गया था जिससे सेल के दरवाजे में लगी लोहे की चादर का कोना उसकी गर्दन में लग गया जिससे उसकी गर्दन में कट लग गया । बंदी को तत्काल कारागार चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार प्रदान करते हुए जिला चिकित्सालय भेजा गया, जहां पर बंदी को टांके इत्यादि लगाते हुए बेहतर उपचार हेतु स्वरूप रानी चिकित्सालय प्रयागराज संदर्भित कर दिया गया, जहां बंदी को भर्ती कर उपचार दिया जा रहा है । बंदी की स्वास्थ्य स्थिति वर्तमान में सामान्य है।

बंदी के मानसिक रोग की पुष्टि हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी प्रतापगढ़ द्वारा गठित मेडिकल बोर्ड के समक्ष दिनांक 06.12.24 को प्रस्तुत किया गया था। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट दिनांक 09.12.24 द्वारा मानसिक रोगी घोषित करते हुए बंदी को उपचार हेतु मानसिक चिकित्सालय वाराणसी के लिए संदर्भित किया गया है।मानसिक चिकित्सालय वाराणसी भेजने हेतु माननीय न्यायालय की अनुमति हेतु अनुरोध पत्र माननीय न्यायालय विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट प्रतापगढ़ समक्ष लंबित चल रहा है।माननीय न्यायालय की अनुमति प्राप्त होने पर बंदी को मानसिक चिकित्सालय वाराणसी भेजा जाएगा।

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