जिलाधिकारी ने उप निबंधक कार्यालय सदर, एआरटीओ कार्यालय, पीएचसी सुखपालनगर व आश्रम पद्धति विद्यालय नरायनपुर का किया औचक निरीक्षण,
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी जी द्वारा उप निबन्धक, एआरटीओ, पीएचसी सुखपालनगर व आश्रम पद्धति नरायनपुर कार्यालयां का औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें उप निबंधक कार्यालय सदर के कार्यालय का पहला निरीक्षण किया गया। जहॉं पर मौके पर रजिस्ट्री हो रही थी, कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल मिला। उप निबंधक सदर अनुपस्थित थे, उनके कार्यालय के रिकार्ड रुम का रख-रखाव बहुत ही खराब स्थिति में मिला। निरीक्षण के दौरान कुछ अधिवक्ताओं द्वारा उप निबंधक सदर के कार्यालय में कुव्यवस्था के बारे में अवगत कराया गया तथा कुछ अधिवक्ताओं ने कार्यालय में भ्रष्टाचार की भी शिकायत की गयी, इसे बहुत ही गम्भीरता से लिया गया है।
ए0आई0जी0 स्टाम्प प्रतापगढ़ से इस बारे में विस्तृत आख्या तलब की गयी है।
तदोपरान्त जिलाधिकारी द्वारा ए0आर0टी0ओ0 प्रशासन के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया, वहॉं पर पहुॅंचते ही भगदड़ का माहौल दिखा तथा कई संदिग्ध लोगों से पूंछतांछ की गयी जिससे कि कार्यालय की कार्यप्रणाली पर संशय उत्पन्न होता है। इस सम्बन्ध में ए0आर0टी0ओ0 प्रशासन से जबाव तलब किया गया। ए0आर0टी0ओ0 प्रशासन के कैम्पस में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगवाये जाने के निर्देश दिये गये, जिसकी मानीटरिंग जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय से प्रतिदिन की जायेगी।
निर्देशित किया गया कि यहॉं पर किसी भी प्रकार के दलाल और अवांछनीय तत्वों की उपस्थिति भविष्य में न हो। यह बताया गया कि टेस्टिंग ट्रैक बनकर तैयार हो गया है, उसे शीघ्र ही हैण्डओवर कर संचालित किये जाने के निर्देश दिये गये। यह भी निर्देशित किया गया कि ड्राइविंग लाइसेंस के लिए जो भी ऑनलाइन आवेदन कर रहे हों उनका समयवद्ध तरीके से निस्तारण सुनिश्चित किया जाय, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। निरीक्षण के दौरान क्षेत्राधिकारी नगर पर्याप्त पुलिस बल के साथ उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी द्वारा पी0एच0सी0 सुखपाल नगर का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के समय मुख्य चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे। वहॉ पर बताया गया कि प्रतिदिन ओ0पी0डी0 में 300 से 400 ओ0पी0डी0 हो रही है, डॉक्टर व अन्य स्टाफ मौके पर मौजूद मिले वहॉं पर आये हुए मरीजों से बातचीत की गयी जिनके द्वारा चिकित्सीय सुविधा के बारे में संतुष्टिपूर्ण फीडबैक दिया गया साथ ही यह भी संज्ञान में लाया गया कि वहॉं से कुछ दूर पृथ्वीगंज सी0एच0सी0 में उपलब्ध होने वाली समस्त सुविधायें आम जनमानस को प्राप्त नहीं हो रही है, जिसका कारण वहॉं डॉक्टरों की कमी है। सी0एम0ओ0 को निर्देशित किया गया कि पृथ्वीगंज सी0एच0सी0 को पूर्णरुप से क्रियाशील बनाने के लिए शीघ्र ही अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत करें।
पी0एच0सी0 कैम्पस में अभियान चलाकर साफ-सफाई कराये जाने तथा बिल्डिंग की रंगाई-पुताई एवं रेनोवेशन कराये जाने तथा परिसर में खड़ी हुई निष्प्रयोज्य वाहनों को यथाशीध्र नीलामी कराये जाने के निर्देश दिये गये।
इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा आश्रम पद्धति विद्यालय नरायनपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे। विद्यालय में अव्यवस्थाओं का बोलबाला पाया गया, साइंस लैव की स्थिति बहुत ही खराब स्थिति में पायी गयी।
केवल विद्यालय में पुस्तकालय बेहतर स्थिति में मिली। यहॉं पर क्षमता के सापेक्ष काफी कम संख्या में बच्चां का नामांकन हुआ है। इस सम्बन्ध में निर्देशित किया गया कि आगामी सत्र में जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से समन्वय स्थापित कर विद्यालय को पूर्ण क्षमता के साथ संचालित किया जाय। बच्चां ने भोजन की गुणवत्ता की शिकायत की गयी, जिसपर जिलाधिकारी द्वारा ठेकेदर के विरुद्ध कार्यवाही करने की बात कही एवं प्रधानाचार्य को फटकार लगायी।
जिला समाज कल्याण अधिकारी को प्रत्येक सप्ताह उक्त विद्यालय का निरीक्षण कर वहॉं की व्यवस्थाओं को ठीक कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा यह भी कहा गया कि एक माह पश्चात उनके द्वारा पुनः उक्त विद्यालय का निरीक्षण किया जायेगा और यदि तब तक समस्त व्यवस्थायें ठीक नहीं कर ली जाती तो इस सम्बन्ध में जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।