तीन सगी बहनें और एक पड़ोसी की लड़की नदी में डूबने से मौत हो गई जिससे क्षेत्र में मातम छा गया घटना सुबह 10:00 बजे की बताई जा रही है जब सभी चूल्हा और दीवारों पर लेप लगाने के लिए नदी के पास से मिट्टी लाने गई थी लेकिन नदी में डूबने से मौत हो गई सूचना मिलते ही गांव में मातम छा गया परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया
प्रतापगढ़। जनपद के कुंडा कोतवाली क्षेत्र के शेती सिंह का पुरवा गांव की रहने वाली तीन सगी बहनें गुरुवार को स्वाति 13 वर्ष संध्या 12 वर्ष चांदनी 8वर्ष पुत्री जीतलाल और पड़ोस की एक लड़की प्रियांशी 9 वर्ष पुत्री पृथ्वीपाल के साथ नदी में डूबने से मौत होगई। हादसा सुबह लगभग 10 बजे हुआ, जब वह चारों बच्चियां घर में चूल्हा और दीवारों पर लेप लगाने के लिए नदी किनारे से मिट्टी निकालने गई हुई थी।


जीतलाल की तीन बेटियां स्वाती, संध्या,चांदनी और दोस्त प्रियांशी पुत्री पृथ्वीपाल और गांव की और भी लोगों के साथ सभी नदी के किनारे मिट्टी लेने के लिए गई थीं सभी सभी घर के लिए नदी के किनारे से मिट्टी निकलकर बाहर रख रही थी आज सुबह हलकी बारिश की वजह से नदी किनारे काफी फिसलन थी। जिससे बच्चियां मिट्टी निकलते हुए फिसलकर गहरे पानी में जाने लगी तो दूसरी बच्चों ने बचाने का प्रयास करने लगी जिससे सभी एक के बाद एक उसी में फिसल कर चली गईं और डूबने लगीं। चारों को डूबता देख उनके साथ गई एक और भी रहे बच्चियों ने शोर मचाया जिससे आसपास के लोग सुन मौके पर दौड़ कर आए और किसी तरह चारों को नदी से बाहर बाहर निकाला। लेकिन तब तक चारों की मौत हो चुकी थी।
मौत की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल के साथ क्षेत्राधिकार कुंडा,कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू कर दी सूचना मिलने के बाद मौके पर परिजन भी रोते बिलखते मौके पर पहुंच गए बड़ी संख्या में ग्रामीण भी घटना को सुनकर पहुंचे और परिजनों को साथ सांत्वना देते रहे।
डीएम एसपी ने नदी की गहराई की नाप कराई
घटना के बाद मौके पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे राजस्व टीम से नदी की गहराई की नाप करवाई नदी की गहराई लगभग 15 फीट थी।
नदी की मिट्टी जेसीबी से बेचने का ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का आरोपी की यहां पर कुछ लोगों द्वारा नदी की मिट्टी जिसे भी द्वारा बेची जाती है जिसको लेकर काफी आक्रोश ग्रामीणों में है ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ स्थानीय लोगों द्वारा जेसीबी मशीन मालिक द्वारा नदी की मिट्टी की खुदाई कर उसे भेज दिया जाता है जिससे नदी में गड्ढे बन गए हैं जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश इसी वजह से आज बच्चियों कि गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई।

एक मासूम बच्ची ने बताई आंखों देखा
पांच वर्ष की सृष्टि ने बताया कि हम लोग दीदी के साथ नदी में मिट्टी लेने गए थे वहां पहुंचने पर दीदी लोग हमें ऊपर रास्ते पर छोड़ दी और नीचे मिट्टी लेने चली गई ऊपर हम लोग खेल रहे थे मिट्टी लेने के बाद संध्या दीदी नदी में नहाने लगी और डूबने लगी बचाने के लिए गई सभी लोग डूबने लगी हम लोग डर गए चिल्लाने लगे तो आसपास के लोग दौड़े और बाहर निकाला तो वह उनकी मौत हो चुकी थी
