लेकिन जिला इकाई एवं बड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने बनाई दूरी
एक बार फिर समाजवादी पार्टी में गुटबाजी खुलकर आई सामने
प्रतापगढ़।अंतर्राष्ट्रीय शायर से नेता बने शहजादा कलीम का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। शहजादा कलीम के प्रथम आगमन पर जनपद प्रतापगढ़ में कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
शहज़ादा कलीम को समाजवादी लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के बाद आज सुबह लखनऊ से प्रतापगढ़ के लिए सुबह 7 बजे निकल लखनऊ रायबरेली सलवन के रास्ते पहुंचे शहज़ादा कलीम का रायबरेली में 10 बजे कार्यकर्ताओं ने बड़े गर्मजोशी के साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का स्वागत किया
10:30 बजे सलवन टोल प्लाजा पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं के साथ स्वागत किया
11 बजे लालगंज मार्केट में स्वागत किया उसके बाद सगरा सुन्दरपुर, अजगरा रानीगंज, मोहनगंज बाजार में भी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया
12 बजे सुखपाल नगर तिराहे पर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में कार मोटरसाइकिल से अगवानी करने के लिए मौजूद थे शहज़ादा कलीम की गाड़ी रुकते ही उनके चाहने वालो ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया सुखपाल नगर तिराहे से एक लम्बा काफिला कटरा चौराहा पहुँचा वहाँ से विकास भवन के रास्ते राजपाल टंकी होते हुए चौक घंटा घर से रिषभ पैलेस 2 बजे पहुँचे। जहां राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का गर्मजोशी के साथ स्वागत हुआ।
आज फिर एक देशी कहावत के अनुसार हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और की कहानी चरितार्थ हुई। शहजादा कलीम के इस आगमन पर जनपद प्रतापगढ़ के सपा अध्यक्ष उपाध्यक्ष समेत कई बड़े पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने शहजादा कलीम के आगमन पर उनके बैठक से दूरी बनाई।
शहजादा कलीम के प्रथम आगमन पर गुटबाजी सामने आई स्वागत समारोह से पदाधिकारियों जिलाअध्यक्षों समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता नदारद रहे। ठीक डेढ़ महीने पहले किसान आंदोलन एवं महंगाई के मुद्दे पर जिस तरह जनपद की सपा पार्टी के कई गुटों ने आंदोलन कर ज्ञापन सौंपा था उसी तरह कहानी आज भी दोहराई गई।
प्रतापगढ़ में रामलीला ग्राउंड के सामने ऋषभ मैरेज हाल में शहजादा कलीम के प्रथम आगमन पर एक स्वागत समारोह आयोजित की गई थी।इस समारोह का मुख्य उद्देश्य शायर से नेता बने शहज़ादा कलीम को समाजवादी लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाये जाने पर स्वागत समारोह व अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को आने वाले विधानसभा चुनाव में जी जान से मेहनत करने के लिए संबोधित किया जाना था।
लेकिन कार्यकर्ताओं ने इनके इस नेतृत्व को पूरी तरह से नकार दिया। इस कार्यक्रम में दर्जनों अन्य कार्यकर्ता दूसरी पार्टी से आए थे और शहजादा कलीम के नेतृत्व में आज लोहिया वाहिनी कार्यकर्ता के रूप में सदस्यता ग्रहण करने वाले थे।लेकिन सपा की जिला इकाई एवं बड़े नेताओं की दूरी ने इन कार्यकर्ताओं के उत्साह पर पानी फेर दिया।
कार्यकर्ताओं की मौजूदगी देखकर लोहिया वाहिनी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शहजादा कलीम ने जिला जिला इकाई पर जमकर हमला किया और बैठक से नदारद रहे अध्यक्ष उपाध्यक्ष समेत भारी संख्या में कार्यकर्ताओं की शिकायत प्रदेश के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहने की बात कही।
शहजादा कलीम ने यह भी कहा कि हम आज कुछ भी निर्णय नहीं लेंगे जो भी निर्णय होगा वह राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी से मिलकर लेंगे
जिस तरह से जिला इकाई के सदस्यों ने किया उससे तो यही प्रतीत हो रहा है कि आगामी 2022 विधानसभा के चुनाव में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी के लिए सरकार बनाने का रास्ता बहुत ही कठिन नजर आ रहा है। अब देखना यह है कि सपा में मचे इस घमासान का असर पार्टी पर कितना पड़ेगा।