समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल चुके शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को सीतापुर जेल में बंद पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां से मिले। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सीतापुर जिला कारागार में आजम खां से करीब 45 मिनट तक बात की
आजम खां से करीब पौन घंटे की मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। शिवपाल ने कहा कि इस समय विधानसभा में आजम भाई से वरिष्ठ कोई भी विधायक नहीं है और समाजवादी पार्टी उनके लिए संघर्ष करते नहीं दिख रही है। शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव के साथ पहली बार मुलायम सिंह यादव पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नेताजी और अखिलेश यादव चाहते तो आजम खां जेल से बाहर होते। नेताजी ने कुछ नहीं किया, लोकसभा में भी मामला नहीं उठाया। वह चाहते तो धरना कर सकते थे।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि यह बात तो पूरा देश जानता है कि नेताजी का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बहुत सम्मान करते हैं। अगर आजम खां की जेल से रिहाई के लिए नेताजी की अगुवाई में समाजवादी पार्टी के नेता धरने पर भी बैठ जाते तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो नेताजी की बात को जरूर सुनते। समाजवादी पार्टी के लोगों को यह बात रखनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य और वरिष्ठ नेता होने के बावजूद भी आजम खां की मदद नहीं हो पा रही। उन पर छोटे और झूठे मुकदमे लगाए गए। अब सिर्फ एक मुकदमा बचा है। छह महीने पहले बहस भी हो चुकी है, लेकिन समाजवादी पार्टी की तरफ से मदद नहीं हो पा रही है। हम तो आजम भाई के साथ हैं और वह हमारे साथ हैं। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा में आजम खां से वरिष्ठ सदस्य कोई नहीं है। वो लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं लेकिन समाजवादी पार्टी आजम भाई की मदद करती हुई या संघर्ष करती हुई नहीं दिख रही है, यह तो बड़े ही दुर्भाग्य की बात है। सपा के अन्य मुस्लिम नेताओं की बदले रुख और जयंत चौधरी के आजम खान के परिजनों से मुलाकात के बाद शिवपाल यादव की आजम से मुलाकात काफी अहम है। उन्होंने इस मुलाकात के बाद भविष्य में नए राजनीतिक समीकरणों की सुगबुगाहट शुरू कर दी है। शिवपाल यादव ने साफ कहा है कि आजम साहब बड़े नेता है।