छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित मासूम समीर हत्याकांड में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। हत्या तंत्र-मंत्र के लिए नहीं बल्कि समीर का अच्छा कबड्डी खेलना ही उसके जान का दुश्मन साबित हुई
उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले के रुदा गांव में महज 12 साल के मासूम समीर की हत्या से पूरा प्रदेश हिल गया था। यहां तक कि स्वयं गृहमंत्री गांव पहुंचे थे पुलिस को मामले का खुलासा करने कली ताकीद की थी। पुलिस ने फिलहाल दोनों नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले पुलिस ने तंत्र-मंत्र के लिए हत्या किए जाने का संदेह जाहिर करते हुए पड़ोसियों से पूछताछ की थी।
दोनों नाबालिग आरोपी समीर साहू के साथ रोज खेलते थे, समीर कबड्डी खेलने के दौरान तगड़ा रेडर साबित होता था, जिससे वे हार जाते थे। आरोपियों के मुताबिक समीर अपने दोनों दोस्तों के साथ अक्सर गाली-गलौज करता था। इसी के चलते दोनों आरोपियों ने मिलकर समीर की हत्या करने की प्लानिंग बनाई। दोनों ने मिलकर गांव की किराने की दुकान से बोरा सिलने की रस्सी, सूजा और बोरे का इंतजाम किया।
23 अक्टूबर की शाम को कबड्डी खेलने के बाद दोनों समीर साहू को गांव की नर्सरी के तरफ ले गए और वहां सुनसान जगह पर पहले मुंह और नाक दबाकर रखे, और फिर सिर पर पत्थर पटककर मार डाला। समीर की हत्या करने के बाद दोनों नाबालिग दोस्तों ने रस्सी से उसके हाथ-पैर बांध कर प्लास्टिक के बोरे में भरा और नर्सरी के पास ही फेंककर अपने-अपने घर चले गए