प्रतापगढ़ में भीषण सड़क हादसे में कार बॉडी मिस्त्री की मौत: पीछे छूट गई 3 साल की मासूम, गर्भवती पत्नी और गम में डूबा परिवार
इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज में तोड़ा दम, पांच भाइयों में सबसे छोटा था अब्दुल वैश, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

प्रतापगढ़ | रानीगंज थाना क्षेत्र के मुनिक पुरवा गांव में शुक्रवार की शाम एक हंसता-खेलता परिवार मातम में बदल गया। अज्ञात वाहन की टक्कर में घायल हुए 36 वर्षीय कार बॉडी मेकर मिस्त्री अब्दुल वैश की इलाज के दौरान मौत हो गई। मेडिक कॉलेज ले जाते समय रास्ते में उसने अंतिम सांस ली। हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया और परिजन शव को लेकर घर लौट आए।
अब्दुल वैश पांच भाइयों में सबसे छोटा था और अपनी मेहनत से पावर हाउस (भागीपुर) के पास वेल्डिंग और कार बॉडी बनाने का काम करता था। शुक्रवार शाम वह अपनी बाइक से दुकान जा रहा था, तभी इलाहाबाद हॉस्पिटल (भागीपुर) के सामने एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। दुर्घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से पहले उसे रानीगंज ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया, वहां से हालत नाजुक होने पर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई
मासूम बेटी और गर्भवती पत्नी के सिर से उठा सहारा
अब्दुल वैश अपने पीछे लगभग तीन साल की एक बेटी और 7-8 माह की गर्भवती पत्नी को बेसहारा छोड़ गया। यह खबर सुनते ही घर पर कोहराम मच गया। पत्नी बदहवास हालत में है और परिजन गहरे सदमे में हैं। गांव में हर आंख नम है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ प्रशासन से मदद की गुहार
स्थानीय लोगों ने इस दर्दनाक हादसे के बाद प्रशासन से परिवार को आर्थिक सहायता और पत्नी के सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए भागीपुर चौराहे पर ट्रैफिक नियंत्रण के ठोस उपाय किए जाएं।
पुलिस जुटी जांच में, अज्ञात वाहन की तलाश जारी
रानीगंज थाना पुलिस ने अज्ञात वाहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी की पहचान कर ली जाएगी।
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यह घटना न सिर्फ एक परिवार की निजी त्रासदी है, बल्कि सिस्टम से सवाल भी करती है: क्या सड़कों पर अब भी सुरक्षित नहीं आम नागरिक?
प्रतापगढ़: दर्दनाक सड़क हादसे ने उजाड़ा पूरा परिवारप्रतापगढ़: जिले में गुरुवार को हुए एक भीषण सड़क हादसे में 5 भाइयों में सबसे छोटे युवक की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद घायल युवक को प्राथमिक इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है। पीछे 3 साल की एक मासूम बेटी और करीब 7-8 माह की गर्भवती पत्नी को बेसहारा छोड़ गया। मृतक ही परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था।
हादसा उस समय हुआ जब वह दुकान के लिए जा रहा था, तभी किसी अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। पहले उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, फिर हालत गंभीर होने पर प्रयागराज रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
परिजन बेसुध हैं और पूरे गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, पुलिस ने शुरू की जांच, सीसीटीवी खंगालने की तैयारी
प्रतापगढ़ | रानीगंज तहसील क्षेत्र में शुक्रवार की शाम एक दर्दनाक हादसे में मुनिक पुरवा गांव निवासी अब्दुल वैश उर्फ मोनू (36 वर्ष) पुत्र अब्दुल हई गंभीर रूप से घायल हो गया। अब्दुल पेशे से कार बॉडी मेकर मिस्त्री है और पावर हाउस के पास अपनी वेल्डिंग व बॉडी मेकिंग की दुकान संचालित करता है।
शाम लगभग 5 बजे वह अपनी बाइक से अपने घर से दुकान की ओर जा रहा था, तभी दुर्गागंज-रानीगंज मार्ग पर भागीपुर स्थित इलाहाबाद हॉस्पिटल के पास एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसे जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि अब्दुल सड़क पर दूर जा गिरा और बेहोश हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर आसपास के लोग एकत्र हो गए। स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से घायल युवक को निजी वाहन की मदद से रानीगंज ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने हालत चिंताजनक बताकर तुरंत मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
परिजनों व ग्रामीणों में घटना को लेकर भारी आक्रोश देखा गया। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क पर सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए और भागीपुर चौराहे पर सीसीटीवी कैमरे जल्द लगाए जाएं।