उमर अंसारी की गिरफ्तारी से फिर सुर्खियों में आया मुख्तार अंसारी का परिवार: जाली दस्तावेजों के मामले में रातोंरात हुई कार्रवाई, सुबह भेजा गया जेल
उत्तर प्रदेश के चर्चित राजनेता और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के परिवार पर एक और कानूनी पहाड़ टूट पड़ा है। इस बार निशाने पर आया है उनका छोटा बेटा उमर अंसारी, जिसे रविवार की रात गाजीपुर पुलिस ने लखनऊ स्थित दारुलशफा विधायक निवास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद सोमवार सुबह उसे गाजीपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

यह पहला मौका है जब मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है। परिवार के लिए यह एक और झटका है, जो पहले से ही कई कानूनी चुनौतियों और सामाजिक आलोचनाओं का सामना कर रहा है।
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क्या है आरोप जो उमर अंसारी की हुई गिरफ्तारी
गाजीपुर पुलिस का कहना है कि उमर अंसारी ने अदालत में अपने परिवार की जब्त की गई संपत्तियों को छुड़ाने के लिए जो याचिका दायर की थी, उसमें कथित तौर पर जाली दस्तावेज लगाए गए। इन दस्तावेजों पर उनकी मां अफशां अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर होने का आरोप है। अफशां अंसारी इस समय फरार हैं और उन पर ₹50,000 का इनाम भी घोषित है।
इसी आरोप के आधार पर गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में उमर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया और उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
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एक सामान्य बेटा, जो हमेशा छाया में रहा
जहां मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी राजनीति और सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहा, वहीं उमर अब तक परिवार की चर्चा से दूर एक सामान्य जीवन जीता रहा। वह हमेशा कैमरों और सुर्खियों से पीछे ही रहा। मगर हालात कुछ ऐसे बने कि अब वही उमर पहली बार न्यायिक कार्रवाई की गिरफ्त में है।
परिवार के करीबी लोगों का कहना है कि उमर अंसारी पढ़ाई-लिखाई में लगा रहा और विवादों से दूर रहा, लेकिन अब जब पूरे परिवार पर एक के बाद एक कानूनी कार्रवाई हो रही है, तो वह भी उसकी चपेट में आ गया है।
अंसारी परिवार की लगातार बिगड़ती स्थिति
स्वर्गीय मुख्तार अंसारी पांच बार विधायक रहे और पूर्वांचल की राजनीति में उनका नाम हमेशा सुर्खियों में रहा।
बड़े बेटे अब्बास अंसारी चुनाव के बाद से ही जेल में थे।
पत्नी अफशां अंसारी पर तीन मुकदमे दर्ज हैं और वह फरार चल रही हैं।
अब छोटा बेटा उमर भी सलाखों के पीछे चला गया है।
यह पूरा घटनाक्रम बताता है कि अंसारी परिवार इस समय जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। एक समय जो परिवार सत्ता, प्रतिष्ठा और प्रभाव का प्रतीक माना जाता था, आज वह कानून, जांच और गिरफ्तारियों के घेरे में है।
क्या कहती है पुलिस ! गाजीपुर पुलिस का कहना है कि दस्तावेजों की जांच जारी है और आवश्यकता पड़ने पर और पूछताछ भी की जाएगी। साथ ही मामले में जिन-जिन की भूमिका सामने आएगी, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
उमर अंसारी की गिरफ्तारी ने एक बार फिर से ये दिखा दिया कि किसी भी परिवार के लिए सत्ता या पहचान से अधिक जरूरी है सच्चाई और भरोसा। अंसारी परिवार की हालत इस समय न सिर्फ कानूनी बल्कि भावनात्मक मोर्चे पर भी गंभीर है। जहां एक मां फरार है, बड़ा बेटा जेल में है, और अब छोटा बेटा भी बंदियों में शामिल हो गया — ऐसे समय में यह परिवार एक भारी मन और मुश्किल हालात से जूझ रहा है।
कानून अपना काम करेगा, मगर हर गिरफ्तारी के पीछे एक परिवार की टूटती उम्मीदें और संघर्ष की कहानी भी छिपी होती है।