बिना तलाक दूसरी शादी की साजिश!

प्रतापगढ़ में विवाहिता ने पति व ससुरालियों पर लगाए गंभीर आरोप, पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार

प्रतापगढ़। जिले के बाघराय थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां दहेज उत्पीड़न का शिकार हो चुकी एक विवाहिता ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह बिना तलाक दिए दूसरी शादी करने की साजिश रच रहा है। मायके में रह रही पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर पति समेत पूरे ससुराल पक्ष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह मामला समाज में महिलाओं की सुरक्षा और वैवाहिक अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

साल 2020 में हुआ था निकाह

मामले की पीड़िता रुखसार खातून का कहना है कि उसका निकाह साल 2020 में नादिर अली शेख पुत्र स्व. मंसूर अली, निवासी कमासिन थाना बाघराय से मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार हुआ था। शादी के शुरुआती दिनों से ही उसका दांपत्य जीवन तनावपूर्ण होने लगा। आरोप है कि पति और ससुराल पक्ष ने उस पर ढाई लाख रुपये नकद दहेज की मांग थोप दी। मांग पूरी न होने पर आए दिन उसे मारपीट और प्रताड़ना झेलनी पड़ी।

दहेज की मांग और घरेलू हिंसा के आरोप

रुखसार ने बताया कि पति नादिर अक्सर शराब के नशे में धुत होकर उसे बेरहमी से पीटता था। कई बार तो वह बिना किसी वजह के उसके साथ मारपीट करता और घर से बाहर निकाल देता। एक साल पहले तो स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पति और परिजनों ने उसके सारे गहने व सामान जबरन कब्जे में लेकर उसे घर से बाहर कर दिया। तब से रुखसार अपने दो वर्षीय बेटे के साथ मायके में रह रही है।

मायके वालों ने उठाया बेटे के जन्म का खर्च

विवाहिता ने बताया कि जब बेटे का जन्म हुआ था तो उसका ऑपरेशन करवाना पड़ा। इस दौरान भी पति और ससुराल पक्ष ने कोई मदद नहीं की। पूरा खर्च मायके वालों को उठाना पड़ा। उसने रोते हुए कहा कि उसका पति उसे और बेटे को बोझ समझता है।

दूसरी शादी की तैयारी, पत्नी ने जताई आपत्ति

अब पीड़िता का आरोप है कि पति नादिर अली शेख बिना तलाक दिए दूसरी शादी करने की तैयारी कर रहा है। उसने बताया कि यह शादी 18 अगस्त को देल्हूपुर थाना क्षेत्र के लोहराई का पुरवा गांव में उसकी बहन के घर तय की गई है। बताया जा रहा है कि दुल्हन अमेठी जिले की रहने वाली है। रुखसार का कहना है कि यह साजिश सिर्फ पति की नहीं है बल्कि इसमें सास, ससुर, ननद और देवर भी शामिल हैं।

शौहर की दूसरी शादी का खुलासा कैसे हुआ?

रुखसार ने बताया कि उसे रिश्तेदारों और गांव के लोगों के जरिए जानकारी मिली कि उसके पति की शादी की तैयारियां जोरों पर हैं। यह सुनते ही उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने तत्काल इस पूरे मामले की जानकारी अपने मायके वालों को दी और फिर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।

पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग

पीड़िता ने एसपी प्रतापगढ़ से गुहार लगाई है कि उसके पति नादिर अली शेख, सास, ससुर, ननद और देवर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। रुखसार का कहना है कि यदि यह शादी हो गई तो उसका और मासूम बेटे का भविष्य पूरी तरह से अंधकारमय हो जाएगा।

मुस्लिम कानून और तलाक का मुद्दा

मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि मुस्लिम रीति-रिवाजों में विवाहिता को तलाक दिए बिना दूसरी शादी करना सीधे तौर पर विवाद का कारण बनता है। यदि पति बिना तलाक के दूसरी शादी करता है तो यह महिला की वैवाहिक स्थिति और अधिकारों का हनन माना जाएगा। कानूनी दृष्टि से भी यह गंभीर अपराध की श्रेणी में आ सकता है।

बढ़ती दहेज उत्पीड़न की घटनाएं

यह पहला मामला नहीं है जब प्रतापगढ़ जिले से दहेज उत्पीड़न और दूसरी शादी की कोशिश का मामला सामने आया हो। इससे पहले भी कई विवाहिता दहेज न मिलने पर प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का शिकार हो चुकी हैं। महिला संगठनों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं महिलाओं को न्याय व्यवस्था पर भरोसा तोड़ने के लिए मजबूर करती हैं।

प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती

यह मामला पुलिस और प्रशासन के लिए भी बड़ी चुनौती बन गया है। यदि विवाहिता की शिकायत सही साबित होती है तो यह न सिर्फ दहेज प्रथा की भयावहता को उजागर करेगा बल्कि समाज में महिलाओं की स्थिति और अधिकारों को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करेगा। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस प्रकरण में सख्त कदम उठाए जाएंगे।

महिला की पुकार – “मुझे और मेरे बेटे को इंसाफ चाहिए”

प्रार्थना पत्र में रुखसार खातून ने लिखा है कि उसने अपने पति और ससुराल पक्ष से काफी उम्मीदें की थीं, लेकिन शादी के बाद से उसे सिर्फ प्रताड़ना और तिरस्कार मिला। आज वह अपने बेटे के साथ मायके में रह रही है और समाज की ठोकरें खा रही है। उसकी सबसे बड़ी मांग है कि उसके पति की दूसरी शादी रोकी जाए और उसे न्याय दिलाया जाए।

प्रतापगढ़ का यह मामला फिर से समाज को आईना दिखाता है कि आज भी दहेज जैसी कुरीति और महिलाओं के प्रति हिंसा थमी नहीं है। रुखसार जैसी महिलाएं आज भी अपनी इज्जत और अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही हैं। अब देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले को किस गंभीरता से लेता है और पीड़िता को कब तक न्याय मिल पाता है।

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