अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने किया शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन

प्रतापगढ़ में भव्य आयोजन, जिलेभर से आए शिक्षक हुए सम्मानित

एस.यू. मेमोरियल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अजय श्रीवास्तव जो प्राइवेट शिक्षक है उनको मिला विशेष सम्मान

विद्यार्थियों ने शिक्षकों को बताया प्रेरणास्रोत, गुरुजनों के मार्गदर्शन को माना जीवन की असली पूंजी

प्रतापगढ़। 5 सितंबर, शिक्षक दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रतापगढ़ काशी प्रांत इकाई द्वारा एक भव्य शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए शिक्षकों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं और शिक्षा जगत में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

समारोह का आयोजन शहर के एक हाल में किया गया, जिसमें जिले के स्कूलों और कॉलेजों से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षक और परिषद के कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज को दिशा देने वाले शिक्षकों को सम्मानित कर उनके योगदान को जन-जन तक पहुंचाना रहा।

इस मौके पर परिषद के पदाधिकारियों ने कहा कि “शिक्षक समाज का दर्पण होते हैं। उनका मार्गदर्शन न केवल विद्यार्थियों को शिक्षा देता है, बल्कि जीवन मूल्यों को भी मजबूत करता है।” उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में जो भी व्यक्ति वर्षों से निरंतर सेवा कर रहा है, वह समाज का सच्चा निर्माणकर्ता है।

समारोह में रानीगंज पावर हाउस स्थित एस.यू. मेमोरियल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अजय श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया। साथ ही, जिले के प्राइवेट संस्थानों में कार्यरत को भी विशेष सम्मान दिया गया। मनोज सर पिछले 32 वर्षों से प्राइवेट क्षेत्र में पढ़ा रहे हैं और शिक्षा की अलख जगाने में लगातार कार्यरत हैं। परिषद के पदाधिकारियों ने उन्हें “निस्वार्थ भाव से शिक्षा देने वाले प्रेरणास्रोत” करार दिया।

शिक्षकों ने भी इस सम्मान के लिए विद्यार्थी परिषद का आभार जताया और कहा कि यह सम्मान उनके लिए केवल पुरस्कार नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है कि वे समाज को और अधिक बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने कहा कि बदलते दौर में शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों के चरित्र, संस्कार और भविष्य निर्माण की भी जिम्मेदारी शिक्षकों पर है।

समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों ने भी शिक्षकों को पुष्पगुच्छ और स्मृति चिह्न भेंट कर उनका अभिनंदन किया। कई छात्रों ने मंच से अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे उनके जीवन में शिक्षकों की प्रेरणा ने कठिन समय में सहारा दिया।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है और भविष्य में भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे, ताकि समाज में शिक्षकों का महत्व और बढ़े। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक ही राष्ट्र के निर्माता होते हैं और उनके बिना समाज की प्रगति संभव नहीं है।

कार्यक्रम में जिले भर से आए शिक्षकों को प्रमाणपत्र, शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ।

कुल मिलाकर, शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित यह सम्मान समारोह न सिर्फ शिक्षकों को सम्मानित करने का अवसर बना, बल्कि विद्यार्थियों और समाज को यह संदेश भी दिया कि शिक्षा का वास्तविक आधार सदैव गुरुजनों का सम्मान करना है।

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