प्रतापगढ़। थाना पट्टी क्षेत्र के मरियमपुर गांव में सोमवार रात घटी कथित चोरी की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। लेकिन पुलिस की तत्परता और गहन जांच में बड़ा खुलासा हुआ। यह चोरी की वारदात बिल्कुल फर्जी निकली और इसमें घर के ही लोगों का हाथ सामने आया।
जानकारी के अनुसार, मरियमपुर निवासी कृपाशंकर गौतम ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि सोमवार रात करीब 11 बजे तीन नकाबपोश चोर उनके घर में घुसे। आरोप लगाया गया कि चोरों ने 58 हजार रुपये नगद और सिक्के चुराए। इतना ही नहीं, उन्होंने घर की एक महिला पर चाकू से हमला भी किया। घटना की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
थाना पट्टी पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। खुद सीओ पट्टी मनोज कुमार रघुवंशी और थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक सिरोही घटनास्थल पर पहुंचे और गहन पड़ताल की। लेकिन जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, पूरा मामला संदिग्ध लगने लगा।
पुलिस टीम ने बारीकी से छानबीन की तो चौंकाने वाला सच सामने आया। कथित चोरी की वारदात असल में घटित ही नहीं हुई थी। जांच में पता चला कि तहरीर देने वाले कृपाशंकर गौतम की बेटी और दामाद ने खुद यह कहानी गढ़ी थी। उन्होंने खुद को चोट पहुंचाकर ग्रामीणों और पुलिस को गुमराह किया और नकली चोरी का ड्रामा रचा।
पुलिस ने इस साजिश का पर्दाफाश करते हुए स्पष्ट किया कि झूठी सूचना देकर कानून व्यवस्था को भंग करने का प्रयास बेहद गंभीर अपराध है। पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ दीपक भूकर के निर्देश पर दोनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
एसपी ने कहा कि समाज में अफवाह फैलाने, गुमराह करने और कानून व्यवस्था को बाधित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साफ संदेश दिया कि झूठी घटनाओं की कहानी गढ़कर पुलिस को भ्रमित करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
यह मामला पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का उदाहरण है, जिसने समय रहते पूरे गांव को गुमराह होने से बचा लिया।