फिरोजाबाद। रविवार की रात जिले के मक्खनपुर थाना क्षेत्र में हुई पुलिस मुठभेड़ में 2 करोड़ की कैश वैन लूट का मुख्य आरोपी और 50 हजार का इनामी बदमाश नरेश पंडित उर्फ पंकज पुलिस की गोली से ढेर हो गया। 38 वर्षीय नरेश अलीगढ़ के अरनी क्षेत्र का निवासी था। उस पर एसएसपी सौरभ दीक्षित और डीआईजी की ओर से 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
रात करीब आठ बजे पुलिस टीम ने जब उसे घेरने का प्रयास किया तो नरेश ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान थाना रामगढ़ के प्रभारी निरीक्षक संजीव दुबे गोली लगने से घायल हो गए, वहीं ASP ग्रामीण अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट में एक गोली धंस गई, जिससे वह बाल-बाल बच गए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली नरेश के सीने में लगी। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
कस्टडी से फरार होकर खेतों में छिपा था बदमाश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार दोपहर आरोपी नरेश पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। रामगढ़ थाना प्रभारी चमन शर्मा तीन सिपाहियों के साथ उसे माल बरामदगी के लिए लेकर गए थे। थाना मक्खनपुर क्षेत्र के खेड़ा गणेशपुर गांव के पास पहुंचने पर नरेश ने पेट दर्द का बहाना बनाया। पुलिस ने उसे बाजरे के खेत में हथकड़ी समेत बैठा दिया और पानी लाने के लिए सिपाही पास के ढाबे की ओर चले गए। इसी बीच नरेश खेतों के रास्ते भाग निकला।
घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी सौरभ दीक्षित ने जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया। आरोपी की तलाश में चार टीमें गठित की गईं और देर शाम मुखबिर की सूचना पर मक्खनपुर क्षेत्र में उसकी लोकेशन मिलने पर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी।
20 मिनट तक चली मुठभेड़ जिसमें एक बदमाश हुआ ढेर
जैसे ही पुलिस ने नरेश को घेरा, उसने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। करीब 20 मिनट तक चली इस मुठभेड़ में थाना प्रभारी संजीव दुबे को गोली लगी, जबकि ASP ग्रामीण अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली धंस गई। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें नरेश के सीने में गोली लगी। गोली लगने के बाद उसे घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घायल इंस्पेक्टर संजीव दुबे का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने मौके से एक पिस्टल, कई जिंदा कारतूस और कुछ नकदी बरामद की है।
2 करोड़ की कैश वैन लूट का मास्टरमाइंड था नरेश
नरेश पंडित ने 30 सितंबर को अलीगढ़ जिले में कानपुर से आगरा जा रही जीके कंपनी की कैश वैन को लूटा था। बदमाशों ने हथियारों के बल पर 2 करोड़ रुपये लूट लिए थे। पुलिस ने शनिवार रात इस घटना का खुलासा करते हुए नरेश समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने करीब एक करोड़ रुपये नकद और दो कारें बरामद की थीं। मगर रविवार को माल बरामदगी के दौरान नरेश फरार हो गया और शाम होते-होते पुलिस की गोली का शिकार बन गया।
नरेश के ढेर होने के साथ ही यूपी पुलिस ने बीते आठ दिनों में तीन इनामी अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया है।
3 अक्टूबर: मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में एक लाख रुपये के इनामी बदमाश मेहताब को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया था।
28 सितंबर: मुजफ्फरनगर पुलिस ने एक लाख के इनामी नईम कुरैशी को मुठभेड़ में मार गिराया।
5 अक्टूबर: फिरोजाबाद में 50 हजार के इनामी नरेश पंडित उर्फ पंकज की मुठभेड़ में मौत।
पुलिस महकमे में राहत, इलाके में दहशत
नरेश पर लूट, हत्या के प्रयास और अवैध हथियारों के कई मामले दर्ज थे। वह बेहद शातिर अपराधी माना जाता था। उसके मारे जाने के बाद पुलिस महकमे में राहत का माहौल है, जबकि इलाके में देर रात तक पुलिस बल की तैनाती रही।
एसएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों का इलाज कराया जा रहा है और मुठभेड़ स्थल से बरामद हथियारों की जांच की जा रही है। घटना की पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।