प्रतापगढ़ जनपद के रानीगंज क्षेत्र में एक विवाहिता की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गैर इरादतन हत्या के आरोप में पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शनिवार को दुर्गागंज चौकी प्रभारी अमित सिंह ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए आरोपी मुजीब अहमद पुत्र बुद्धू और उसके बेटे ताहिर अहमद पुत्र मुजीब को नरसिंहगढ़ पुलिया के पास से गिरफ्तार किया।
यह मामला दो दिन पूर्व उस समय प्रकाश में आया था, जब ताहिर अहमद की पत्नी यास्मीन बानो (उम्र 36 वर्ष) का शव घर में फांसी से लटका हुआ मिला था। घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। यास्मीन की मौत को लेकर परिवार और गांव में तरह-तरह की चर्चाएँ होने लगीं। प्रारंभिक रूप से इसे आत्महत्या बताया जा रहा था, लेकिन मायके पक्ष ने गंभीर आरोप लगाते हुए इस पर सवाल खड़े कर दिए।
मृतका के पिता ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि उनकी बेटी को उसके पति ताहिर अहमद समेत ससुराल पक्ष के लोगों ने प्रताड़ित किया और मार डालने के बाद फांसी का रूप देने की कोशिश की। पिता द्वारा लगाए गए आरोपों के आधार पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया था और आनन-फानन में जांच शुरू कर दी।
घटना के बाद से ही पिता-पुत्र घर छोड़कर फरार थे, जिसके बाद पुलिस लगातार उनकी तलाश में दबिश दे रही थी। शनिवार को दुर्गागंज चौकी प्रभारी उ0नि0 अमित सिंह को मुखबिर से दोनों के नरसिंहगढ़ पुलिया के पास मौजूद होने की सूचना मिली, जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए दोनों आरोपियों को थाने लाकर पूछताछ की गई और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच जारी है और अगर जांच में अन्य लोगों की भूमिका सामने आती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
यास्मीन बानो की मौत ने पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। मायके पक्ष न्याय की मांग कर रहा है, जबकि गांव में इस घटना को लेकर दबी जुबान में कई तरह की बातें चल रही हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की जांच इस मामले की सच्चाई को उजागर करने में अहम साबित होगी।
पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले में निष्पक्ष कार्रवाई होगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।








