मेरठ। खरखौदा थाना क्षेत्र में देर रात अज्ञात बदमाशों ने निर्माणाधीन मकान में सो रहे सहकारी समिति के रिटायर्ड क्लर्क की हत्या कर तिजोरी तोड़कर पांच लाख की रकम लूट ली। सुबह घटना की जानकारी मिलने पर मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। जानकारी के बाद एसएसपी, एसपी सिटी और एसपी देहात सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और पीड़ितों से पूछताछ की। उधर आला अधिकारियों के गांव से जाने के बाद परिजनों ने हंगामा करते हुए थाने के सामने जाम लगा दिया। जिस पर पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए ग्रामीणों को सड़क से हटाया। इस मामले में एसपी देहात ने जाम लगाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की बात कही है।
जानकारी के अनुसार खंदावली निवासी 66 वर्षीय जय प्रकाश त्यागी किसान सेवा सहकारी समिति में क्लर्क के पद से रिटायर हुए थे। जयप्रकाश के पुत्र सतेंद्र उर्फ शक्ति के अनुसार उसके पिता ब्याज पर पैसे देने का काम भी करते थे। इन दिनों गांव में ही जयप्रकाश एक अन्य मकान का निर्माण करा रहे थे। जिसके चलते वह रात को निर्माणाधीन मकान में ही सोते थे। सत्येंद्र ने बताया कि शनिवार की तड़के करीब साढ़े चार बजे वह अपने पिता को जगाने के लिए मकान में पहुंचा। काफी देर आवाज देने और कुंडी खटखटाने के बावजूद जब भीतर से कोई जवाब नहीं मिला तो सत्येंद्र ने अपने पिता के मोबाइल पर कॉल की। जिसके बाद जयप्रकाश का मोबाइल भी स्विच ऑफ बताया गया। किसी अनहोनी से आशंकित सत्येंद्र पड़ोस से सीढ़ी लेकर मकान के अंदर पहुंचा तो चारपाई के पास जमीन पर जयप्रकाश का खून से लथपथ शव पड़ा था। जिसके बाद सत्येंद्र का शोर सुनकर मौके पर सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ लग गई। परिजन और ग्रामीण जयप्रकाश को लेकर निकट स्थित अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सत्येंद्र ने बताया कि वह अपने पिता के शव को लेकर वापस घर पहुंचे। भीतर जाकर जांच-पड़ताल की तो मकान में रखी तिजोरी के ताले भी टूटे हुए थे। जिसके बाद परिवार के लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। घटना का पता चलते ही एसपी देहात अविनाश पांडे, सीओ किठौर रामानुज कुशवाहा और खरखौदा पुलिस के साथ फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल की जांच पड़ताल करते हुए परिजनों से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान सत्येंद्र ने बताया कि शुरुआती दौर में वह यही समझता रहा कि शायद उसके पिता को हार्ट अटैक हुआ है। मगर वापस लौटने पर जब उसने तिजोरी टूटी देखी तो घटना की जानकारी पुलिस को दी। सत्येंद्र के मुताबिक तिजोरी में लगभग पांच लाख की रकम थी, जो बदमाश लूट कर ले गए। उधर, पुलिस घटना को संदिग्ध बता परिजनों से ही पूछताछ में जुटी रही। जिसके चलते परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया।
पीड़ितों से ही उल्टे सवाल पूछे जाने पर मृतक के परिजनों ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई। हंगामे की सूचना पर एसएसपी अजय साहनी और एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह दौड़ते भागते खंदावली गांव में पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाते हुए घटना के जल्द से जल्द खुलासे का दावा किया। जिसके बाद पीड़ित के पुत्र ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपने पिता की हत्या और पांच लाख लूट की तहरीर दी। उधर अधिकारियों के मौके से जाते ही परिजनों और सैकड़ों ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए खरखोदा थाने के सामने जाम लगा दिया। जिसके बाद एसपी देहात वापस मौके पर पहुंचे। समझाने के बावजूद ग्रामीणों के ना मानने पर पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए ग्रामीणों को सड़क से हटाया। एसपी देहात ने जाम लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।