प्रयागराज 7 वर्षीय फातिमा ने रखा पहला रोज़ा
करैली की कक्षा 3 मे पढ़ने वाली फातिमतुज़्ज़हरा ने मात्र सात वर्ष की आयु में रोज़ा रख बड़े बड़ों को अचम्भित कर दिया।इसलाम धर्म में लड़कियों को 9 वर्ष की उम्र पर रोज़ा व नमाज़ को आन्जाम देना फर्ज़ बताया गया है लेकिन फातिमतुज़्ज़हरा ने मात्र 7 वर्ष की उम्र में पहला रोज़ा रख कर उन लोगों को नज़ीर पेश की जिनकी उम्र भी है और हाँथ पैर और दिमाग़ से रोज़ा रखने लायक़ हैं लेकिन रखते नहीं।उम्मुल बनीन सोसाईटी के महासचिव सै०मो०अस्करी ने बताया की करैली जी टी बी नगर मे रहने वाले ज़फरुल हसन जिनकी बेटी ए एम आक्सफोर्ड स्कूल की कक्षा तीन में पढ़ती है।फात्मा ज़हरा ने अपने परिजनों से ज़िद कर रोज़ा रखने की ख्वाहिश ज़ाहिर की और बा क़ायदा सहरी में उठ कर सहरी करने के साथ नमाज़ भी अदा की।दिन भर के बाद शाम को मग़रिब की अज़ान सुन कर छोटे भाई मो०अली के हमराह रोज़ा खोला ।