चर्चित शालिनी पाल हत्याकाण्ड का सफल अनावरण, तीन अभियुक्त गिरफ्तार

प्रतापगढ। थाना पट्टी पुलिस द्वारा दिनांक 26.04.2020 को जनपद के थाना पट्टी के जलालपुर किठौली में हुई शालिनी पाल हत्याकाण्ड का सफल अनावरण करते हुये घटना से सम्बन्धित तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-

  1. राम प्रसाद पाल पुत्र स्व0 रामदेव पाल नि0 जलालपुर किठौली थाना पट्टी प्रतापगढ़।
  2. राम आसरे पाल पुत्र स्व0 रामदेव पाल नि0 जलालपुर किठौली थाना पट्टी प्रतापगढ़।
  3. विवेक पाल उर्फ डब्लू पुत्र राम प्रसाद पाल नि0 जलालपुर किठौली थाना पट्टी प्रतापगढ़।

फरार अभियुक्ता का विवरणः-

  1. आशा पाल पत्नी रामप्रसाद नि0 जलालपुर किठौली थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़।

गिरफ्तारी का स्थानः- उड़ैयाडीह बाजार बाई पास तिराहे के पास थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़। दिनांक 26.04.2020 को रामप्रसाद पाल पुत्र स्व0 रामदेव पाल नि0 ग्राम जलालपुर किठौली थाना पट्टी प्रतापगढ़ की पुत्री शालिनी पाल का शव रामप्रसाद के घर के पास ही खेत में मिला था जिसकी फौती सूचना राम प्रसाद द्वारा थाना स्थानीय पर दी गयी थी। इस सूचना पर पंचायतनामा भर कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। इस सम्बन्ध में वादी राम प्रसाद की तहरीर पर थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 100/20 धारा 302, 201 भादवि बनाम सूरज मिश्रा पुत्र राकेश कुमार मिश्रा व रजनीश पाण्डेय उर्फ वनवासी पुत्र लालमणि पाण्डेय पंजीकृत कराया गया। *पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ श्री अभिषेक सिंह* द्वारा घटना का अनावरण कर शीघ्र अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु प्रभारी निरीक्षक पट्टी को कड़े निर्देश दिये गये थे। इसी क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्री सुरेन्द्र प्रसाद द्विवेदी, क्षेत्राधिकारी पट्टी श्री रमेश चन्द्र के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक पट्टी श्री नरेन्द्र सिंह द्वारा मुकदमा उपरोक्त की गहन विवेचना व अन्य साक्ष्यों के आधार पर बइश्तवाह सूरज मिश्रा व रजनीश पाण्डेय की नामजदगी गलत पायी गयी तथा अभियुक्तगण 1. आशा पाल पत्नी रामप्रसाद, 2.राम प्रसाद पाल पुत्र स्व0 रामदेव पाल 3. राम आसरे पाल पुत्र स्व0 रामदेव पाल, 4. विवेक पाल उर्फ डब्लू पुत्र राम प्रसाद पाल नि0गण जलालपुर किठौली थाना पट्टी प्रतापगढ़ का नाम प्रकाश में आया। इसी क्रम में दिनांक 01.05.2020 को मुखबिर खास की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक श्री नरेन्द्र सिंह मय हमराह उड़ैयाडीह बाजार बाई पास तिराहे के पास से घटना में संलिप्त तीन अभियुक्तों राम प्रसाद, राम आसरे व विवेक पाल को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि प्रकाश में आयी अभियुक्ता आशा पाल की गिरफ्तारी हेतु प्रयास किया जा रहा है।

पूछताछ का विवरण- पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त राम प्रसाद पाल द्वारा बताया गया कि सूरज मिश्रा पुत्र राकेश कुमार मिश्रा नि0उड़ैयाडीह(जजनीपुर) थाना पट्टी,जनपद-प्रतापगढ़ मेरी लड़की शालिनी पाल से मोबाइल पर बातचीत करता था और चोरी-छिपे उससे मिलता-जुलता था जो हम लोगों की शान के खिलाफ था तथा हम लोगों की बिरादरी में बहुत बदनामी हो रही थी कई बार मेरे परिवार के लोगों नें उन्हें देखा था मना करने पर दोनों नही मानते थे और शालिनी को कई बार हम लोग बात करते हुये पकड़े थे । दिनांक 25.04.2020 को सूरज मिश्रा मेरी बेटी शालिनी पाल से मिलने के लिए 11-12 बजे दोपहर में मेरे घर पर आया था तो मेरी पत्नी आशा नें देख लिया था तो सूरज मिश्रा वहां से चला गया था। अपनी बेटी शालिनी पाल को मैं तथा मेरी पत्नी आशा, मेरा बेटा विवेक पाल उर्फ डब्ल्यू तथा भाई- रामआसरे पाल नें उसे इस कार्य के लिए कई बार फटकारा था लेकिन वह अपनी हरकत से बाज नही आती थी और हम लोग उसकी हरकत से आजिज आ गये थे। दिनांक 25.04.2020 को पुनः मेरे लड़के विवेक पाल उर्फ डब्ल्यू के मोबाइल से सूरज मिश्रा के मोबाइल पर काल करके बात कर रही थी तो मेरी पत्नी आशा पाल नें शालिनी पाल को बात करने से मना की तो शालिनी पाल तेज-तेज आवाज में चिल्लाने लगी तब मेरी पत्नी आशा पाल नें यह बात मुझे तथा मेरे भाई रामआसरे पाल व लड़का विवेक पाल उर्फ डब्ल्यू को बतायी तो हम लोग उसे समझा-बुझा रहे थे तो कहने लगी की तुम लोग मेरे ऊपर झूठे शंका करते हो मैं तो बात करुंगी तभी गुस्सा में आकर मेरी पत्नी आशा पाल नें उसे नीचे पटक दिया तथा उसके ऊपर चढ़ कर बैठ गयी और कहने लगी इसकी बजह से हम लोगों की इज्जत मिट्टी में मिल रही है यह हम लोगों की नाक कटवा रही है इसको आज जिन्दा नही छोड़ेंगे तथा उसका मुँह ,नाक कसकर हाथ से दबा दिया जिससे उसका दम घुट गया और उसकी मृत्यु हो गयी। जब शालिनी पाल की मृत्यु हो गयी तो हम लोग घबरा गये और यह सोचे की अब तो हम लोग फंस जायेगें और जेल जाना पड़ेगा तो उसकी लाश को मैं तथा मेरा बेटा विवेक पाल उर्फ डब्ल्यू तथा भाई रामआसरे पाल व पत्नी आशा नें मिलकर घर में छुपा दिये तथा करीब 09-10 बजे रात्रि में मेरा लड़का विवेक पाल उर्फ डब्ल्यू बीड़ी लेने के बहाने रामकृपाल गौतम की दुकान पर गया था कि कोई व्यक्ति घूम तो नही रहा है ताकि हम लोग लाश को ठिकाने लगा सके। चूंकि सूरज मिश्रा की बजह से हम लोगों की बदनामी हो रही थी तो हम लोगों नें सोचा की अगर शालिनी पाल की लाश सूरज मिश्रा के खेत के पास फेंक दिया जाय और बाद में हम लोंग उसके विरुद्ध मुकदमा लिखा देंगे तो कोई समझ भी नहीं पायेगा और हम लोग बच भी जायेगें तथा सूरज मिश्रा जेल चला जायेगा। जब मेरा लड़का विवेक पाल उर्फ डब्ल्यू रास्ता देख लिया था और कहीं कोई नही दिखा तो रात में आधी-पानी खत्म हो गया तो मैं तथा मेरा लड़का विवेक पाल उर्फ डब्ल्यू तथा भाई रामआसरे पाल, शालिनी पाल की लाश सूरज मिश्रा के खेत के मेड़ के पास फेंककर चले आये थे।

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