कहते हैं कि अगर आपका पड़ोसी भूखा है तो आपके घर की रसोई में बना छप्पन भोग बेस्वाद है, कोविद 19 से के प्रकोप से देश को बचाने के लिए सरकार ने लॉकडाउन लगाने का फैसला किया , कोरोना के डर से हर कोई लॉकडाउन का पालन पूरी जिम्मेदारी के साथ किया लेकिन सब बन्द होने से देश-शहर की एक तिहाई आबादी के सामने रोज़ी रोटी का बड़ा संकट खड़ा हो गया दैनिक कामगार अपने परिवार की जीविका चलाने में असमर्थ था ऐसी में इलाहाबाद के पुराने शहर के इलाकों में रह रह लोगो की मदद करने के लिये प्रशासन, स्वमसेवी संस्था तथा राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोगों ने जरूरतमंदों की मदद करने के लिये आगे आये, राशन खाने पीने का सामान पहुँचा रहे लोगों ने अपनी छमता से अधिक दैनिक कामगारों तक मदद पहुँचाने का प्रयास भी किया ।

कभी प्रयागराज का रमज़ान के मौके पर गुलज़ार रहने वाले बाज़ार रोशनबाग, चौक, मोहम्मद अली पार्क, करेली, नुरुल्लारोड आज सुना पड़ा है । यहां के छोटे अधिकतर कारोबारी उदास हैं , जो दुकानदार ईद के मौके पर दुकानदारी के लिए साल भर तैयारी करता था आज वो भी आज परेशान है, यहां के सभी दुकानदार अपने दर्द के साथ अपने घर में कैद हैं , किसी देश में लॉक डाउन है और लॉक डाउन का पालन अपने घर में रहकर यह व्यापारी कर रहे हैं।

रोशनबाग की बाजारों में आसपास के जिलों से लोग व्यापार करने आते थे पर इस बार लॉकडाउन ने उनका कारोबार भी प्रभावित कर दिया । जिसका असर उनके परिवार पर तो पड़ा ही रहा है इनका अपना खास त्यौहार ईद पर भी इनके घर की रौनक चली गई है क्योंकि इनके पास रोज कमाने खाने का जरिया था, जो इस लॉक डाउन की वजह से समाप्त हो गया है । इनके घर में सेवई बनेगी लेकिन वह मिठास अब नहीं होगी जो पहले के ईद की सेवइयों में हुआ करते थी ।

इस ईद पर यह व्यापारी ही नहीं
छोटी दुकानों पर काम करने वाले दैनिक कामगार, बैटरी रिक्शा चालक, कारपेंटर, गाड़ी मैकेनिक, फेब्रिकेटर तथा अन्य कामो से जुड़े कारीगरों की ईद फीकी पड़ गई ।

करेली के रहने वाले मो०अनीस पेशे से टेलर है जो कि लोगो का कपड़ा सिलने का काम करते हैं ।वो कहते हैं ऐसी ईद और ऐसा कारोबार उन्होंने अपने पूरे जीवन मे नही देखा जहाँ लोग रमज़ान से ही ईद की नमाज़ के लिये नये कुर्ता पैजामा सिलने के लिए कपड़े देते थे पर इस बार कोई भी कपड़ा सिलने के लिये नही दिया ।

नुरूल्लारोड के रेडीमेड कारोबारी मो०शाहिद की दुकान मुस्तफा काम्प्लेक्स में है रमज़ान से पूर्व ही कारोबार के लिये खरीददारी करते थे लेकिन इस बार ना तो खरीददारी की और ना ही दुकानदारी की ।

अधिक्तर मुस्लिम इलाको में इस बार ईद ना मनाने की अपील भी की जा रही है जिससे हर तपके की खुशी और गम में एक साथ शरीक हो सके , जितने भी मुस्लिम वर्ग हैं उनका यह कहना है की देश में कोरोनावायरस की वजह से बुरा वक्त चल रहा है इस बुरे वक्त में हम सब देशवासी देश के साथ हैं भले ही इस बार ईद ना मनाएं लेकिन आने वाले दिनों में फिर हम लोग उसी आपसी सौहार्द के साथ ईद मनाएंगे जैसे पहले मनाने की परंपरा थी ।

प्रयागराज के हसीब अहमद जो कि पोस्टर बॉय के नाम से प्रसिद्ध हैं उनको हर मुद्दों पर अपनी बेबाक टिप्पणी के लिये जाना जाता है फिर चाहे राजनीतिक हो समाज को जागरूक करने की पहल हो , ईद के अवसर पर इस पोस्टर ब्वॉय ने अपने अंदाज में पोस्टर के जरिये लोगों से ईद ना मनाने की अपील की है साथ ईद के मौके पर खरीदारी करने वाले पैसों से जरूरतमंद लोगो के लिये मास्क, सेनेटाइजर और खाने की व्यवस्था करने की पहल की है।

हसीब अहमद की कलम से…..

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