छात्रसंघ भवन पर सरकार के अंतिम वर्ष के छात्रों के परीक्षा कराए जाने के फैसले के विरोध में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने फूंका पुतला,पुलिस से हुई धक्का-मुक्की व नोकझोंक

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का पुतला जलाने से रोका हुई झड़प

सरकार द्वारा अंतिम वर्ष के छात्र छात्राओं को इस कोरोना महामारी में परीक्षा करना अनिवार्य संबंधी अधिसूचना के विरोध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं द्वारा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का पुतला दहन किया जा रहा था तभी वहां पर उपस्थित पुलिस प्रशासन जबरदस्ती आंदोलनकारियों से पुतले छिनने लगती है व पुतले जलाने पर बलपूर्वक लाठियों से रोकती है,जिससे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं एवं पुलिस प्रशासन के बीच धक्का-मुक्की व नोकझोंक होने लगती है।

जिसमें छात्र नेताओं द्वारा सरकार विरोधी नारे लगाए जाते हैं व अपना विरोध दर्ज कर सभी परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करने की मांग की जाती है।

छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में कोरोनावायरस ने व्यापक रूप ले लिया है।उसके बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार फाइनलईयर के छात्रों की परीक्षा कराना चाहती है,यूपी सरकार का यह फैसला छात्र-छात्राओं के साथ-साथ अभिभावकों और तमाम शिक्षकों के भी समझ से परे है।आलीशान बंगले के एसी के कमरे से लिया गया यह निर्णय तानाशाहीपूर्ण एवं अमानवीय है,हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं।

छात्रनेता सत्यम कुशवाहा व प्रभारी जितेश मिश्रा ने सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि सरकार के पास दूरदराज से आने वाले विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के रहने की व्यवस्था क्या है?? जहां एक तरफ कोरोनावायरस से लड़ने में सरकार विफल है वही परीक्षा के दौरान छात्रों की सुरक्षा कोविड-19 से कर पाएंगे क्या??

इस दौरान दुर्गेश कुमार मुरारी, सत्यम कुशवाहा, जितेश मिश्रा,भोला सिंह आदि मौजूद रहे।

संवाददाता मोहम्मद साबिर

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