रक्षाबन्धन पर बहन भाई की कलाई में रक्षासूत्र बांधकर उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई बहन की उम्रभर रक्षा का वचन देता है। सावन महीने के सोमवार को 29 साल बाद रक्षाबंधन कई शुभ संयोग लेकर आया है। लेकिन इस बार त्योहार पर कोरोना का बंधन है। महामारी की वजह से घर में रहकर ही रक्षाबंधन का पर्व मनाना होगा। कोरोना के खतरे ने लोगों के जीने की राह बदल दी है। हर्षोल्लास से मनाए जाने वाले पर्व का स्वरूप इस साल बदला नजर आ रहा है। कौशाम्बी जिले में रक्षाबंधन पर्व से पहले बाजारों में चारों ओर रंग बिरंगी राखियां, दुकानों में बहनों की भीड़ यह सब इस साल नजर नहीं आ रहा है।दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ नही होने से दुकानदारों को लंबा नुकसान हो रहा है।दुकानदार प्रदीप और भारत लाल ने बताया कि सरकार के शनिवार और रविवार को सम्पूर्ण लॉक डाउन के आदेश के चलते पहले ही दुकानों पर ग्राहक नही आये। सरकार ने कल शाम को रविवार को राखी और मिठाई की दुकान खोलने का आदेश हुआ।जिसके बाद सुबह से ही राखी की दुकान तो सज गयी लेकिन ग्राहक नजर नही आ रहे है।

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