तीन तलाक का हो रहा दुरूपयोग misuse of triple talaq
मुम्बई। भाजपा सरकार बनने के बाद मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के किये मोदी सरकार ने तीन तलाक बिल पास कराई लेकिन मुस्लिम महिलाएं इसका दुरुपयोग करना शुरू कर दी है इसका ताजा मामला मुम्बई का है पीड़ित के एडवोकेट रईस खान ने पति को दिलाई अग्रिम जमानत
आपको बताना चाहेंगे कि 25/11/2020 को मुम्बई सेसन कोर्ट( bombey session court) ने एक ट्रिपल तलाक में अग्रिम जमानत दिया(ABA) 26/12/2015 में शादी जैसे पवित्र बंधन में बधने के बाद जब पत्नी जोकि दुबई में नौकरी करती है । पति के साथ रहने से मना कर दिया तो पति (husband) ने फैमली कोर्ट मुम्बई (family court Mumbai) में 7/10/2015 को एक तलाक के लिए याचिका दाखिल की जब पत्नी(wife) को पता चला वो और उसका परिवार लड़के और उसके परिवार को परेशान करना शुरू कर दिया ।
पति ने वी बी नगर पुलिस स्टेशन में कम्प्लेन किया जहाँ पर दोनों पक्षो के बीच समझौता हुआ जो शादी का सामान था दे दिया गया 19/11/2020 को पति को पता चला कि उसके और उसके परिवार जनों पर मुकदमा दर्ज हो गया है।
पति बम्बई सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी / प्रार्थना पत्र दी।जो 25/11/2020 को आदेश पास हुआ कि ये केस तलाक की याचिका दायर होने के बाद हुई इसका मतलब तीन तलाक का दरुपयोग होना शुरू हो गया है।
वकील रईस खान जोकि पति के वकील थे उनका कहना है कि क़ानून किस लिए बना और उपयोग कैसे हो रहा है । जो मुस्लिम समाज के लिए ठीक नही है अगर ट्रिपल तलाक का फायदा पति उठाते थे तो अब वही काम मुस्लिम महिलाएं कर रही है।