उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के बाद कई जिलों, रेलवे स्टेशन और स्थानों के नाम बदले गए हैं। अब राज्य के एक मशहूर जिले का नाम बदलने की मांग उठी है। यह मांग किसी और ने नहीं वहां के मौजूदा विधायक ने की है। विधायक ने बकायदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी भेजी है। विधायक का कहना है कि जिले का नाम पूर्व की तरह भारतीय संस्कृति आधारित होना चाहिए। अंग्रेजियत और इस्लामियत के दौर में उनके जिले का नाम बदल दिया गया था।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के केराकत विधानसभा के विधायक दिनेश चौधरी ने शनिवार को अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए जिले का नाम भगवान परशुराम के पिता यमदग्निपुरम करने की मांग मुख्यमंत्री से की है। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायक दिनेश चौधरी ने अपने पौने चार वर्षों के कार्यकाल में कराये कार्यों की जानकारी विस्तार से दी है। उन्होंने कहा कि केराकत विधानसभा क्षेत्र सतह से शिखर की ओर बढ़ रहा है। उनके कार्यकाल में केराकत विकास खण्ड के हुरहुरी में अग्निशमन केन्द्र का निमार्ण कराया गया है। मुफ्तीगंज के मटियारी गांव में महिला डिग्री कालेज, अमहित गांव में कृषि विज्ञान केन्द्र, मई-पसेवा और भड़ेरी घाट पर रुके पड़े पक्के पुल का निमार्ण प्रारम्भ कराया है। विधानसभा में छोटी-बड़ी सड़को का नवीनीकरण और मरम्मत का कार्य किया गया।
विधायक ने कहा, मुख्यमंत्री राहत कोष से गम्भीर रोगों से पीड़ित गरीबों के इलाज के लिए तीन करोड़ रुपये का भुगतान करवाया है। हर ब्लाक में दो-दो भव्य और सुन्दर पार्क का निमार्ण कराया गया है। उन्होंने कहा कि केराकत रेलवे स्टेशन के विकास के लिए ओवरब्रिज, आरक्षण टिकट काउंटर, नया प्लेटफार्म, रेलवे स्टेशन का सुंदरीकरण और ट्रेनों के ठहराव की स्वीकृति प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि जौनपुर का नाम बदल कर यमदग्निपुरम करने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।