लखनऊ के डालीबाग में जालसाजी कर जमीन पर अवैध कब्जा करने के मामले में बयान दर्ज कराने के लिए विधायक मुख्तार अंसारी के दोनों बेटे सोमवार को हजरतगंज थाने पहुंचे। साढ़े तीन घंटे पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को जाने दिया। पुलिस के मुताबिक, अब्बास अंसारी व उमर अंसारी ने कोर्ट से अरेस्ट स्टे ले रखा है। अब उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि अवैध कब्जे का मुकदमा अगस्त 2020 में दर्ज किया गया था। जियामऊ के लेखपाल सुरजन लाल ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि डालीबाग की जिस जमीन पर मुख्तार के बेटों अब्बास व उमर के नाम से टावर बनाया गया था। वह जमीन मो. वसीम की थी
वसीम के पाकिस्तान जाने के बाद संपत्ति निष्क्रांत के रूप में दर्ज हो गई थी। जमीन कब्जाने के लिए मुख्तार व उसके बेटों ने जाली दस्तावेज तैयार कर दो टॉवर का निर्माण कराया। 14 अगस्त को जांच के बाद जमीन निष्क्रांत घोषित कर दी गई। लेखपाल की तहरीर पर केस दर्ज हुआ था। जांच के दौरान अवैध कब्जा हटवाने के लिए दोनों टावर को जमींदोज कर दिया गया था।
पुलिस ने घोषित किया था 25-25 हजार का इनाम
पुलिस ने अब्बास व उमर की गिरफ्तारी के लिए कई जगह दबिश दी, लेकिन दोनों हाथ नहीं आए। इसके बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ 25-25 हजार का इनाम घोषित कर दिया। इस बीच मुख्तार के बेटे आत्मसमर्पण की जुगत में लगे रहे।
अब्बास ने जयपुर में किया निकाह
विधायक मुख्तार के बडे़ बेटे अब्बास ने जनवरी के अंतिम सप्ताह में जयपुर जाकर निकाह कर लिया। इसकी जानकारी पुलिस को सोशल मीडिया पर वायरल हुए फोटो से हुई। इसके बाद पुलिस की सक्रियता बढ़ी, लेकिन काफी देर हो चुकी थी। इसी बीच दोनों को कोर्ट से स्टे मिल गया।
प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला के मुताबिक, दोनों ने कोर्ट से अरेस्ट स्टे ले लिया है। पुलिस का दबाव पड़ने पर दोनों बयान दर्ज कराने दोपहर करीब दो बजे थाने पहुंचे। दोनों से साढ़े पांच बजे तक पूछताछ की गई। इसके बाद जाने दिया गया