प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि बुधवार तड़के 2:30 बजे घाटमपुर सीएचसी में करीब 3 घंटे से ज्यादा पीड़िता और उसके पिता को एक कमरे में बंद रखा गया। वहां महिला कॉन्स्टेबल भी मौजूद थीं। पीड़ित के रिश्तेदारों ने कमरे में जाने की कोशिश की तो महिला कॉन्स्टेबलों ने डांटकर भगा दिया। वहां उनसे कथित तौर पर पुलिसवालों ने गालीगलौज भी की।
कानपुर
कानपुर की घाटमपुर तहसील के सजेती में नाबालिग से गैंगरेप और उसके पिता की मौत के मामले में लगातार हैरान करने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि बुधवार तड़के 2:30 बजे घाटमपुर सीएचसी में करीब 3 घंटे से ज्यादा पीड़िता और उसके पिता को एक कमरे में बंद रखा गया। वहां महिला कॉन्स्टेबल भी मौजूद थीं। पीड़ित के रिश्तेदारों ने कमरे में जाने की कोशिश की तो महिला कॉन्स्टेबलों ने डांटकर भगा दिया। वहां उनसे कथित तौर पर पुलिसवालों ने गालीगलौज भी की।
घाटमपुर के सीओ गिरीश सिंह की भूमिका संदिग्ध बताते हुए पीड़िता के चाचा ने कहा कि भतीजी को पूरी रात अस्पतालों के चक्कर लगवाए गए। सीओ ने ही आदेश दिया था कि पीड़ित परिवार को रात भर सीएचसी में रोका जाए। उसे रातभर घुमाया गया। सवाल उठाए कि यदि कोई जांच होनी थी तो क्या कोई ऐसी व्यवस्था नहीं थी कि रात में ही टेस्ट हो जाता। क्या रात में ही कानपुर में डॉक्टरों को बुलाकर जांचें नहीं कराई जा सकती थीं? परिवार को सजेती पीएचसी, थाने और घाटमपुर सीएचसी क्यों ले गए? क्या कानपुर में किसी सुरक्षित जगह उनके रुकने का इंतजाम नहीं करवाया जा सकता था?
भाई जब एक बार के लिए बाहर आए थे तो वह मानसिक रूप से बेहद परेशान थे। पुलिस ने उन्हें खूब प्रताड़ित किया था। सजेती थाने के बाहर भी गांव के 15 लोग मदद के लिए आए थे, लेकिन पुलिस का सख्त आदेश था कि कोई भी अंदर नहीं आएगा। पुलिस का यह रवैया बेहद परेशान करने वाला था।
पीड़िता गुमसुम
अस्पताल से डिस्चार्ज होकर गुरुवार को घर पहुंची पीड़िता सदमे में है। परिरवारजीनों के अनुसार, गुमसुम हालात में वह किसी से बात नहीं कर रही है। कुछ खा नहीं पा रही है। बमुश्किल कभी थोड़ा पानी पी लेती है।
सुरक्षा का खतरा
पीड़िता के चाचा का दावा है कि गांव में एक पक्ष के लोग की दबंगई है। उन्हें अपनी जान का खतरा है। पुलिस परिवार को पूरी सुरक्षा दे। घरवालों ने बताया कि सीएम राहत कोष से 5 लाख रुपये का चेक मिल गया है।
तीसरा आरोपित भी गिरफ्तार
गैंगरेप केस में नामजद तीसरा आरोपित सौरभ यादव शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। वह हत्या के केस में नामजद कन्नौज के निलंबित दरोगा देवेंद्र का बेटा है। देवेंद्र के एक बेटे दीपू को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।