प्रतापगढ़। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में दूसरे चरण के वोटिंग के लिए प्रत्याशीयों द्वारा नामांकन7व 8 अप्रैल था जाँच कर 11 अप्रैल को सभी उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह भी मिल गया है। दूसरे चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी। उम्मीदवार व उनके सहयोगियो द्वारा चुनाव चिन्ह को मतदाताओं तक पहुंचा या जा रहा है ।वही जिला पंचायत सदस्यों की बात की जाए तो प्रचार करने का अंदाज उम्मीदवार ने कोरोना के गाइडलाइन को देखते हुए बदले नजर आ रहे है।
योगी सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए किसी भी प्रकार के जुलूस, रैली,करने के लिये छूट नही दी जिससे उम्मीदवारों के चेहरे पर मायूसी साफ देखी जा सकती है। अधिकतर प्रत्यशियों द्वारा गुपचुप तरीके से रैलियां की जा रही है सीएम के आदेशों को उड़ाई जा रही धज्जियां ऐसे लोगो पर पुलिस द्वारा मुकदमा व अन्य कार्यवाही की जा रही है।
वही कुक्ज प्रत्यशियों व उनके सहयोगियों द्वारा आचारसंहिता व कोविड-19 नियम का पालन किया भी किया जा रहा है।
प्रयागराज में जिला पंचायत सदस्य द्वारा रैली करने पर उम्मीदवार सहित 100 लोगों पर पुलिस ने 144 उलंघन व महामारी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया है।
अगर पिछले चुनाव की बात की जय तो जिले में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने वालो में अपना दमखम दिखाने के लिए बड़ी संख्या में रैलियां करते थे। लेकिन इस चुनाव में उम्मीदवार कोरोना के नियमों का पालन करते हुए प्रचार प्रसार कर रहे है।
लेकिन प्रतापगढ जिले की सभी जिला पंचायत वार्डो की बात की जाए तो प्रत्यशियों ने इस बार बड़ी रैलियां न कर शांतिपूर्ण ढँग से प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
मुकदमे का डर या कोरोना का डर
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने रविवार को 1 से 12 तक के सभी स्कूल कॉलेज की 30 तक बंद करने का निर्णय लिए व प्रदेश में धार्मिक स्थलों में केवल 5 लोगो को इजाजत दी गई शादी में 50 मृत्यु पर 20 लोग ही रह सकते प्रदेश में जुलूस, चुनावी रैलियों पर रोक एक स्थान पर 5 से अधिक लीग भीड़भाड़ नही लगा सकते है।