गहराता ही जा रहा पश्चिमी एशिया में संकट क्या ये महायुद्ध की आहट है
जिस तरह से इजराइल गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों के साथ-साथ मीडिया संस्थानो नागरिक ठिकानों पर अंधाधुंध बमों की बारिश कर रहा है उसे देखते हुए दुनिया दो धड़ों में बंटती नजर आ रही है.एक इजराइली समर्थक तो दूसरे फिलिस्तीन के समर्थन में विश्वशक्तियों का ध्रुवीकरण होना शुरू हो चुका है .जिससे पश्चिम एशिया से महा युद्ध की आहट आ रही है
इसमें एक धड़े में उत्प्रेरक का कार्य तुर्की के तानाशाह रिचप् तैयप् एर्दोगन कर रहे हैं तो दूसरे धड़े में उत्प्रेरक की भूमिका में अमेरिका है.
तुर्की भरसक प्रयत्न 60 मुस्लिम देशों का एक महागठबंधन बनाने के लिए कर रहा है.जिसमें वह काफी हद तक कामयाब होता दिख रहा है.
अब चीन भी मुखर होने लगा है जोकि काफी अहम है इन मुस्लिम देशों के नजरिए से.
इधर सबसे अहम कड़ी रूस जो कि बेहद परिपक्व एवं हर परिस्थितियों के नफा एवं नुकसान के बहुत सटीक आकलन से वाकिफ है .फिलहाल अभी किसी मामले में खुलकर सामने आने से बच रहा है….
गहराते पश्चिमी एशिया के संकट के बीच फिलहाल अभी तक कोई उम्मीद शांति बहाली की नजर नहीं आ रही है….