जावेद खान की ख़ास रिपोर्ट
प्रतापगढ़ में 2022 के लिए राजनीतिक विसात बिछ चुकी है मुसलमान प्रत्याशी भी इस बार भारी तादात में विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने का मन बना चुका है एक तरफ जहाँ भाजपा इसे पॉजीटिव तरीके से ले रही तो वहीं समाजवादी पार्टी, कोंग्रेस , बसपा AIMIM में मुसलमान वोटरों को लेकर सोशल मीडिया पर जंग चल रही है!!
मुसलमानों के लिए रानीगंज विधानसभा जंग का मैदान बन चुका है श्याद अली पूर्व विधायक और शकील अहमद पूर्व प्रत्याशी जहां समाजवादी पार्टी से पहले ही अपना दावा ठोक चुके हैं वहीं कुछ नए दावेदारों के आने से टिकट की लड़ाई काफ़ी रोमांचक हो चुकी है अंदर खाने जिया खान शाहज़ादा कलीम की भी दावेदारी का कयास लगाया जा रहा है लेकिन राजनीतिक पुरोधाओं का मानना है कि पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा का टिकट काटना मुश्किल होगा समाजवादी पार्टी के लिए लेकिन कुछ लोग कयास लगा रहे हैं मुस्लिम वोटरों को संतुष्ट करने के लिए शिवाकांत ओझा को पट्टी या सदर सीट से भी चुनाव लड़ाया जा सकता है!!
इधर पूर्व छात्र नेता मोहम्मद सैफ ने भी रानीगंज से कांग्रेस पार्टी से अपनी दावेदारी ठोक कर मुस्लिम प्रत्याशियों की नींद उड़ा दी है सैफ इमरान प्रतापगढ़ी के करीबी माने जाते हैं हांलाकि मोहम्मद सैफ पूर्व विधायक श्याद अली के रिश्ते में भतीजे भी हैं लेकिन राजनीति में रिश्ते कहाँ ज़्यादा मायने रखता है !!
हांलाकि चुनाव में अभी टाइम है सब कुछ भविष्य के गर्त में छुपा है किसको टिकट मिलता है या किसकी दावेदारी मजबूत है लेकिन सोशल मीडिया की लड़ाई इस वक्त मजेदार हो चली है उधर AIMIM समाजवादी और कांग्रेस दोनों की नींद उड़ाने के फ़िराक में है और अपने मजबूत प्रत्याशी की तलाश में लगी है लेकिन चुनाव लड़ने से पहले उसे अपने अंदर खाने ग्रुप बाजों से निपटना होगा जिसकी वजह से पिछले कई दिनों से उनके पार्टी की छीछालेदर हो रही है!!
वैसे रानीगंज विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के लिए गले की फांस बन चुकी है !!
-जावेद खान