एनआईए द्वारा दरभंगा ब्लास्ट में शामली के दो भाइयों नासिर और इमरान को लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी बताते हुए हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. दोनों भाइयों के पिता रिटायर्ड फौजी हाजी मूसा खान का कहना है कि अगर उनके बेटे देशद्रोही हैं, तो उन्हें गोली मार देनी चाहिए, लेकिन अगर निर्दोष हैं, तो सरकार उन्हें बाइज्जत रिहा करे
शामली।दरभंगा ब्लास्ट में हैदराबाद से गिरफ्तार शामली के कैराना के दो भाइयों को एनआईए लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी बता रही है, लेकिन दोनों आरोपियों के पिता रिटायर्ड फौजी हाजी मूसा खान के बयानों ने इस पूरे मामले को उलझा दिया है।रिटायर्ड फौजी का कहना है कि उसके दोनों बेटे देश की एक प्रमुख खुफिया एजेंसी की महिला अधिकारी के लिए काम करते थे।इसलिए उसके एक बेटे को पाकिस्तान भी भेजा गया था।फौजी का कहना है कि यदि उसके बेटे देशद्रोही हैंतो उन्हें गोली मार देनी चाहिए, लेकिन अगर निर्दोष हैं।तो सरकार उन्हें बाइज्जत रिहा करे