लुधियाना कोर्ट कांप्लेक्स में फिदायीन हमले की आशंका के बाद सरकार में हड़कंप मच गया है। जिसके तुरंत बाद पंजाब में हाई अलर्ट कर दिया गया है। गृह विभाग देख रहे डिप्टी सीएम ने फिदायीन हमले की आशंका से इन्कार नहीं किया। उन्होंने इसके पीछे सरहद पार की साजिश का भी संकेत दिया। जिसके बाद पाकिस्तान सीमा से सटे इलाकों में पंजाब पुलिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
श्री दरबार साहिब में बेअदबी के बाद अब बम धमाके को देखते हुए सरकार ने लॉ एंड ऑर्डर को लेकर एमरजेंसी मीटिंग बुला ली है। यह मीटिंग देर शाम को चंडीगढ़ में होगी। जिसमें पंजाब पुलिस के सभी आला अफसरों को बुलाया गया है। कुछ दिन पहले ही गुरदासपुर स्थित आर्मी कैंट के गेट पर भी ग्रेनेड अटैक हो चुका है।
डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि पंजाब बॉर्डर स्टेट है। इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है कि यह बाहरी ताकतों का काम हो। उन्होंने कहा कि पंजाब को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है ताकि देश में भी माहौल बिगड़े। उन्होंने कहा कि लुधियाना ब्लास्ट की जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम भी यहां पहुंच चुकी है। इसमें कुछ रिटायर्ड फॉरेंसिक एक्सपर्ट की भी मदद ली जा रही है।
डिप्टी सीएम रंधावा ने यह भी कहा कि कुछ बाहरी ताकतें ज्यूडिशरी को भी डराना चाहती हैं लेकिन सरकार पूरी तरह से सतर्क है। उन्होंने कहा कि पंजाब में सभी कोर्ट कांप्लेक्सों की सिक्योरिटी बढ़ाई जा रही है। इसके लिए 17 करोड़ का फंड मांगा गया है। कोर्ट के साथ डीसी ऑफिस जैसे सभी ऑफिसों में सिक्योरिटी बढ़ाई जा रही है। रंधावा ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि जिस दिन सीएम चरणजीत चन्नी की लुधियाना में रैली थी, उससे पहले यह धमाका हो गया। सरकार घटना को पूरी गंभीरता से ले रही है। जिस जगह सीएम की रैली होनी थी, वह यहां से 22 किमी की दूरी पर है।
लुधियाना ब्लास्ट के बाद केंद्र सरकार का गृह मंत्रालय और खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं। NIA और NSG जांच के लिए आ रही हैं। ब्लास्ट में IED इस्तेमाल होने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल जांच एजेंसियां मृतक को ही सुसाइड बॉम्बर माना जा रहा है। इसलिए अब उसकी शिनाख्त की कोशिश की जा रही है।

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