उत्तर प्रदेश की विधानसभा रानीगंज फिर चर्चा में
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी ने कल 39 प्रत्याशियो के नाम घोषणा की जिसमे सपा ने रानीगंज विनोद दूबे को प्रत्याशी बनाया है
सोशल मीडिया पर एक अपराधिक मामलों के साथ लिस्ट वायरल हुई जिसमें क़रीब 16 मुक़दमों में विनोद को वांछित बताया गया वही विपक्षी लोगों ने शातिर विनोद दुबे के रानीगंज से सपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद प्रतापगढ़ की विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी की धार हुई एकदम कुंद, बड़ी संख्या में यादव और मुसलमान करेंगे विरोध।
टिकट घोषित होने के दूसरे दिन ही विरोधियों ने बताया कि क़रीब हर बाज़ारों में छाया रहा मातम।मुसलमानों और यादवों ने कहा किसी को भी वोट कर देंगे लेकिन अपराधी या उसके परिवार को नहीं करेंगे वोट।
रानीगंज को गुंडई का अड्डा ना बनने देने का किया ब्राह्मणों ने संकल्प।
अखिलेश यादव पर भी मायावती की तरह टिकट बेचने का लगा आरोप। मरने खपने वाले कार्यकर्ताओं की हुई अनदेखी। जिसके पास पार्टी की सदस्यता तक नहीं उसको टिकट मिलने पर पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता ने बग़ावती तेवर दिखाए।
विनोद दुबे, भाई पिंटू दुबे, दुर्गेश दुबे ,आदर्श दुबे और बाप रमाकान्त दुबे करते हैं चरस, गाँजा, छिनैती अवैध असलहा और कच्ची दारू बेचने का काम। सट्टा और जुआ में भी शामिल है परिवार। दर्जनों मामले में वांछित है परिवार।
जल्दी ही पड़ सकते हैं छापे और धारा 302 में भेजे जा सकते हैं जेल। गैंगस्टर की कार्यवाही भी सम्भव।