उत्तर प्रदेश की विधानसभा रानीगंज से जबसे समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है तबसे लगातार बड़े स्तर पर हो रहा है विरोध जो लगातार बढ़ता ही जा रहा है ऐसे में कैसे होगी सपा की नैया पार

आपको बता की दिनाँक 25 जनवरी को समाजवादी पार्टी ने अपने 39 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जिसमे जनपद प्रतापगढ़ की तीन सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जिसमे कुण्डा से गुलशन यादव पट्टी से राम सिंह पटेल व रानीगंज विनोद दूबे

कौन है विनोद दुबे..?

रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के वेंदागंज विकास खण्ड क्षेत्र शिवगढ़ के रहने वाले हैं विनोद दुबे व इनके पिता रह चुके हैं शिवगढ़ ब्लॉक प्रमुख वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन विधायक के साथ रहे व उनके अभिन्न सहयोगी बनकर किया था विधानसभा चुनाव प्रचार जिसमें जीत मिलने के र चंद ही दिनों में हो गए थे मतभेद

आपको बता दें कि विनोद दुबे ने 2021 में हुए पंचायत चुनाव में भी आजमाई थी किस्मत मगर 6 वोटों से हार गए थे चुनाव इसके बाद भी क्षेत्र में हुई एक हत्या में सीधे तौर पर इनका व इनके भाइयों का आया था नाम दर्ज हुआ था मुकदमा जिसकी कार्यवाही अब तक जारी है

समाजवादी पार्टी के नेताओ ने बताया कि विनोद दुबे के ऊपर तकरीबन 16 मुक़दमों दर्ज है जिसमे कई मामलों में वांछित भी है पार्टी ने एक शातिर अपराधी को रानीगंज से सपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद प्रतापगढ़ की विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी की धार हुई एकदम कुंद, बड़ी संख्या में यादव और मुसलमान करेंगे विरोध।कर भी रहे हैं

कुछ तरह पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा हो रहा विरोध और जारी हो रही आपराधिक इतिहास की सूची (काल्पनिक)

टिकट घोषित होने के दूसरे दिन ही आम लोगो व कार्यकर्ताओं ने बताया कि क़रीब हर बाज़ारों में छाया रहा मातम।मुसलमानों और यादवों ने कहा किसी को भी वोट कर देंगे लेकिन अपराधी या उसके परिवार को नहीं करेंगे वोट।

सपा के एक नेता कहा की रानीगंज को गुंडई का अड्डा ना बनने देने का किया ब्राह्मणों ने संकल्प।

आम जनता में अखिलेश यादव पर भी मायावती की तरह टिकट बेचने का लगा आरोप। मरने खपने वाले कार्यकर्ताओं की हुई अनदेखी। जिसके पास पार्टी की सदस्यता तक नहीं उसको टिकट मिलने पर पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता ने बग़ावती तेवर दिखाए।

ये भी काल्पनिक आपराधिक सूची सोशल मीडिया पर वायरल है

विरोधी नेताओं ने इनके ऊपर बेहद गंभीर आरोप लगाया है विरोध ने कहा कि विनोद दुबे व उनके भाई पिंटू दुबे, दुर्गेश दुबे ,आदर्श दुबे और इनके पिता रमाकान्त दुबे करते हैं चरस, गाँजा, छिनैती अवैध असलहा और कच्ची दारू बेचने का काम। सट्टा और जुआ में भी शामिल है परिवार। दर्जनों मामले में वांछित है परिवार।

2015 में विनोद दुबे ने भाइयों संग मुश्ताक की काटी थी जीभ,रानीगंज सपा प्रत्याशी विनोद समेत 11 के खिलाफ हुआ था केस दर्ज

प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में बीते 2015 के पंचायत चुनाव के दौरान कथित धांधली को लेकर हुए झगड़े में एक चुनाव एजेंट की जुबान काटने के मामले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख तथा उसके बेटों समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था

तत्कालीन मुख्यमंत्री ने लिया था सख्त एक्शन

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पंचायत चुनाव के दौरान रानीगंज थाना क्षेत्र स्थित प्रजापति बूथ पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख रमाकांत दूबे तथा उसके बेटों द्वारा मतदाताओं से जबरन वोट डलवाने का विरोध करने पर प्रत्याशी उमर तथा उसके चुनाव एजेंट मुश्ताक के साथ मारपीट की गई और उसकी जुबान काट दी गई।

उन्होंने बताया कि उमर की तहरीर पर रमाकांत तथा उसके बेटों दिनकर, दुर्गेश, विनोद, आदर्श के अलावा बबलू यादव नामक व्यक्ति के खिलाफ नामजद तथा पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ रविवार रात मुकदमा दर्ज किया गया।

पंचायत चुनाव के दौरान रानीगंज थाना क्षेत्र स्थित प्रजापति बूथ पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख रमाकांत और उसके बेटों द्वारा मतदाताओं से जबरन वोट…

Facebook Comments