इंदौर : अपने ही 15 दिन के कलेजे को टुकड़े को साढ़े 5 लाख रुपये में बेचने वाली महिला को इंदौर पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. मामला हीरा नगर थाना क्षेत्र का है.

सौदा आरोपी महिला शायना बी ने अपने पति अंतर सिंह की रजामंदी से किया था. वह लिव-इन में रह रही थी. नवजात को साढ़े पांच लाख रुपये में देवास के एक दंपति को बेचा गया था. सबको कमीशन मिलने के बाद बच्चे के माता-पिता को आधे पैसे मिले थे. उन्होंने इन पैसों से मोटरसाइकिल, टीवी, बाइक, वॉशिंग मशीन, कूलर और अन्‍य सामान खरीद लिया था. चौंकाने वाली बात यह रही कि दंपति ने जन्म लेने से पहले ही अपने होने वाले बच्चे का सौदा कर दिया था. दोनों ने दलाल लोगों की मदद से बच्चा साढ़े पांच लाख रुपये में बेचना तय किया था. लोगों में कमीशन बंटा और पति-पत्नी को लगभग आधे रुपये मिले. इस केस में कुल 8 आरोपी हैं जिनमें दो आरोपियों को पुलिस पकड़ नहीं पाई है. टीआई सतीश पटेल ने बताया कि पुलिस ने सारा सामान जब्‍त कर लिया है.

पुलिस अधिकारी सतीश पटेल ने बताया कि केस के बारे में सामाजिक कार्यकर्ताओं के माध्‍यम से जानकारी मिली थी. दीपक की शिकायत पर केस दर्ज किया गया. पुलिस को आरोपी मां शायना बी ने बताया कि मेरे पेट में पल रहे बच्‍चे को लेकर उसके पति को शक था. ऐसे में पति ने उससे गर्भपात कराने को कहा था, लेकिन तब तक काफी समय निकल गया था और उसने बच्‍चे को जन्‍म दिया. इधर उसने मकान मालकिन नेहा सूर्यवंशी से बात की और कहा था कि बच्‍चे को बेच सकते हैं. इसके बाद, अलग-अलग दलालों के माध्‍यम से बच्‍चे को देवास के दंपति को बेचा गया.

पुलिस ने बेचने और खरीदने वालों को बनाया आरोपी

पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक नाबालिग समेत 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें बेचने और खरीदने वाले शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और दो लोग फरार हैं. इधर बच्‍चे को खरीदने वाली लीना का कहना है कि हाल ही में उसके दो बच्‍चों की मौत हो गई थी. उसे जुड़वां बच्‍चे थे, लेकिन दोनों की मौत हो जाने से लीना बच्‍चे के लिए तरस रही थी.

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