एसटीएफ ई टीम ने प्रतापगढ़ जनपद से फरार चल रहे 50 हजार के इनामी को महाराजपुर से गिरफ्तार किया। आरोपी ट्रक लूट के मामले में कई बार जेल जा चुका है। एसटीएफ ने आरोपी को गिरफ्तार कर प्रतापगढ़ के फतनपुर थाने को सौंप दिया है। आगे की कार्रवाई फतनपुर थाना पुलिस कर रही है। फतनपुर पुलिस को इस बदमाश को लंबे समय से तलाश थी
कानपुर यूनिट के एसटीएफ प्रभारी शैलेन्द्र सिंह ने अनुसार मुखबिर की सूचना पर 50 हजार का इनामी दादुपुर पड़ान प्रतापगढ़ निवासी मोहम्मद नदीम उर्फ सेबु रईस कानपुर में मौजूद है। वो यहां पर ट्रक लूटने की प्लानिंग कर रहा था। एसटीएफ प्रभारी के मुताबिक टीम ने आरोपी की घेरा बंदी की और उसे नर्वल मोड़ जिओ पेट्रोल पम्प की पार्किंग महाराजपुर के पास से मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। क्षेत्राधिकार रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी ने बताया कि यह संबंधित थाना क्षेत्र से लंबे समय से फरार चल रहे थे जिसकी तलाश लगातार चल रही थी ऐसे में कानपुर की एसटीएफ ने इनको गिरफ्तार किया है बदमाश पर ₹50000 का इनाम भी था कानपुर में गिरफ्तारी के बाद संबंधितठाणे
शैलेन्द्र सिंह के मुताबिक आरोपी को गिरफ्तार करने में एसआई राहुल परमार, हेड कांस्टेबल अरविंद सिंह, देवेश द्विवेदी, अशोक राजपूत, चन्द्र प्रकाश सिंह, सिपाही सत्यम यादव आदि ने अहम भूमिका निभाई।चालक को अधमरा कर लूट लिया था ट्रक यात्री बनकर ट्रक को रोककर बैठ जाते हैं और रास्ते में घटना को अंजाम दे देते हैं ऐसे ही मामले में खुलासा हुआ है
गिरफ्तार मोहम्मद नदीम से जब एसटीएफ ने पूछताछ की तो उसने बताया कि दिसम्बर 2023 में उसने अपने साथी गुफरान, महमूद और अकील के साथ मिलकर तिवारी ढाबा के पास रोड किनारे खड़े ट्रक को लूट लिया था। ट्रक का चालक उसी में सो रहा था। उसे मारपीट कर अधमरा कर दिया था। घटना के समय चालक के पास 22 हजार रुपए थे।
वो भी आरोपियों ने ट्रक के साथ लूट लिए थे। ट्रक में सीमेंट की चादर भरी हुई थी। जो आरोपियों ने बहराइच में एक दुकानदार को बेच दी थी। आरोपी ने यह भी बताया कि वह खुद ट्रक ड्राइवरी करता है। जिन ट्रकों को लूटता है उन्हें कटवा देता है। लगातार ऐसी घटना को अंजाम देते रहते हैं
मोहम्मद नदीम के खिलाफ पांच अपराधिक मामले दर्ज है। जिनमें कोतवाली प्रतापगढ़ में चार और फतनपुर में एक मामला दर्ज है। कोतवाली से आरोपी के खिलाफ सन 2022 में गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई हुई थी। इसके अलावा आरोपी के खिलाफ लूट, अपहरण, डकैती, जालसाजी आदि के मामले भी पूर्व में दर्ज हुए हैं पुलिस लगातार उसे ढूंढ कर जेल भेजती है और बाहर आकर दोबारा अपने काम पर लग जाता है फिर से पुलिस उसे ढूंढने लगते और गिरफ्तार का जेल भेजती है