उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली एक महिला को अबू धाबी में मौत की सजा सुनाई गई है. अल वथबा जेल में बंद शहजादी नाम की इस महिला को एक बच्चे की मौत के मामले में फांसी की सजा मिली है. 33 साल की ये महिला इस बच्चे की देखभाल करती थी

पहले खबर आई थी कि शहजादी को 24 घंटे के भीतर फांसी दे दी जाएगी, लेकिन भारतीय दूतावास ने साफ किया कि समीक्षा याचिका दायर कर दी गई है और मामला विचाराधीन है. इसके बाद अबू धाबी जेल प्रशासन ने शहजादी को उसके परिवार से फोन पर बात करने की इजाजत दी. इस बातचीत के दौरान शहजादी ने अपने परिवार को सांत्वना दी और कथित तौर पर कहा कि यह उनकी आखिरी बातचीत

मूल रूप से उत्तर प्रदेश कि जनपद बांदा के मठऔर थाना क्षेत्र के गोयरा मुगाली गांव के रहने वाले शब्बीर अहमद की बेटी शहजादी 33 वर्ष को के गांव के रहने वाले उज्जैन ने प्रेम जाल में फंसा कर 2021 में प्लास्टिक सर्जरी के बहाने दुबई भेजा था दुबई में शहजादी उसके रिश्तेदार के यहां रहती थी रिश्तेदार के एक बेटे के मौत के मामले में उसे फंसा दिया गया जिसे उसे पर हत्या का आरोप लगा था और वह जेल चली गई हालांकि सरकार या प्रशासनिक अफसर को फांसी दी जाने की कोई जानकारी नहीं है पिता अपनी बेटी को बचाने के लिए मोदी सरकार से गुहार लगा रही है
शादी के पिता ने बताया कि 14 फरवरी को रात में बेटी का फोन आया फोन पर बात किया और उसने कहा अब्बू अब मेरा अंतिम समय आ गया है मुझे अलग कमरे में रखा गया है शायद या मेरी आखिरी कल हो उसके बाद से अब तक उसके घर वालों से शहजादी की बातचीत नहीं हुई
अन्य लोगों से पता करने के बाद मालूम हुआ कि जांच करने वाली टीम शहजादी से पूछताछ कर रही है उसे शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद फांसी दी जाएगी हफ्ते हुए पिता ने कहा मेरे बेटी को जबरन फसाया गया है वह बेकसूर है उसे धोखे से दुबई भेजा गया और उसे फंसा कर जेल में बंद कर दिया गया था मेरी सरकार से एक ही विनती है कि मेरी बेकसूर बेटी को बचाएं