एक प्रेमी जोड़े ने अपने प्रेम को बचाने के लिए हाई-वोल्टेज ड्रामा किया। दोनो की जान पहचान दोस्ती प्यार से शुरू हुई और पुलिस चौकी में हिदू रीति-रिवाज से शादी पर खत्म हुई। प्रेमिका ने चौकी इंचार्ज के सामने शादी की जिद ठान ली और आखिरकार दोनों परिवारों को प्यार के सामने झुकना पड़ा

कहते हैं प्यार जब परवान चढ़ता है तो पर्वत भी राई हो जाता है । परवान चढ़ा प्यार, आग का वो रूप है, जो रास्ते की हर रुकावट को जला देता है। प्रतापगढ़ में एक ऐसा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक प्रेमिका ने न सिर्फ अपने प्यार को बचाया, बल्कि पुलिस चौकी में हाई-वोल्टेज ड्रामा के बीच अपने प्रेमी को हमेशा के लिए अपना बना लिया। ये कहानी है महेन्द्र और मनीसा की। दोनो की जिद के आगे दोनों के परिजनों के साथ पुलिस को भी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।

पूरा मामला प्रतापगढ़ जनपद के रानीगंज थाना के जामताली चौकी क्षेत्र के गांव चंदी गोबिंदपुर का है जहां एक महिला ने बीते 5 मार्च को रानीगंज थाना में एक प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया की उसकी लड़की लुधियाना पंजाब में परिवार के साथ रहती थी वहीं से उसके ही गांव के रहने वाले महेन्द्र गौतम भी वही रहता है महेंद्र ने उसकी लड़की को लुधियाना से बहला फुसला कर भगा ले गया तहरीर मिलने के बाद पुलिस शुक्रवार को सुबह दोनों को पकड़ कर चौकी पर ले आई दोनों के परिजन जामताली चौकी पर आ पहुंचे
एक तरफ गुस्साए परिजन, दूसरी तरफ प्यार में डूबी एक प्रेमिका, और बीच में फंसा एक प्रेमी। मंजर ऐसा कि मानो पुलिस चौकी किसी फिल्म का सेट नजर आने लगा। घंटों दोनों के परिजनों में चले हाई-वोल्टेज ड्रामे… नोक-झोंक, ताने, इल्जाम एक दूसरे पर लेकिन फिर वो पल जब प्रेमी जोड़े ने चौकी इंचार्ज हरिमोहन राजपूत के सामने ऐलान कर दिया- की हम दोनों बालिग है हम एक दूसरे बहुत प्यार करते हम दोनो एक साथ जीने मारने की कसमें खा चुके हम दोनो शादी करना चाहते जिसके बाद दोनो के परिवार वालों ने प्रेम के आगे हार मान कर शादी के लिए राजी हो गए
चार साल पहले दोनों को लुधियाना से शुरू हुई प्रेम कहानी
इस प्रेम कहानी की शुरुआत होती है चार साल पहले, जब दोनों के परिवार वाले अपने गांव से पंजाब लुधियाना में रहते थे महेंद्र कुमार गौतम वही पर रह कर एक कम्पनी में लेबर का काम करता है उसके घर के पास ही उसी के गांव के रहने वाले राजेश गौतम की बेटी मनीषा भी रहती थी धीरे धीरे दोनों में बातचीत शुरू हुई और जल्द ही प्यार में बदली। फोन पर घंटों बातें, मुलाकातें, और साथ जीने-मरने की कसमें, लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया, जब इस बात की जानकारी उनके घर वालों को हुई तो पाबन्दी लगाई गई।
घर वालों के शादी के लिए नहीं मानने पर प्रेमी जोड़े ने अपने प्रेम कहानी को बचाने के लिए घर से भाग निकले
इसके बाद शुरू होता है असली खेल!दोनों में अपने परिजनों को बताया कि हम दोनो एक दूसरे से प्यार करते साथ जीना मरना चाहते शादी करना चाहते लेकिन दोनों के परिजन उनके प्यार को नहीं समझे दोनों के बातचीत पर पाबंदी लगाना शुरू कर दिए लेकिन दोनो हार नहीं मानी। परिवार वालो को मानने का प्रयास करने लगे लेकिन परिवारजन उनके प्यार को मानने को तैयार ही नहीं हुए दोनों घर से भाग जाने की योजना बनाई वो सीधे लुधियाना से भाग निकले आंखों में आंसू और दिल में अपने प्यार को बचाने की जिद।को लिए निकल पड़े लड़की की मां ने थाना पर तहरीर देकर बेटी को भागने का आरोप लगा दिया पुलिस ढूंढने लगी दोनों को
प्रेमी जोड़े चौकी इंचार्ज को बताया मैं बालिग हूं, वो बालिग है, हमें शादी का हक दो फिर क्या? थाने में दोनों परिवारों के बीच जंग छिड़ गई। गहमागहमी, चीख-पुकार, और प्रेमी जोड़े वो सस्पेंस कि आखिर अब क्या होगा?
चौकी के पास मन्दिर में शादी पुलिस बनी गवाह
लेकिन प्यार की ताकत के आगे सब बेकार। महेन्द्र और मनीषा ने शादी की जिद नहीं छोड़ी। चौकी के पास मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से सात फेरे लिए गए। पुलिस गवाह बनी और परिजनों को भी आखिरकार झुकना पड़ा। नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देकर घर भेजा गया। ये शादी अब कस्बे की गलियों में चर्चा का विषय बन चुकी है
चौकी इंचार्ज हरिमोहन राजपूत,कांस्टेबल योगेन्द्र यादव,रुद्रांश चौबे, संतोष सिंह, विनोद प्रेमी जोड़े को अपनी तरफ से उपहार आशीर्वाद देकर मिठाई खिला कर घर भेजा दोनों के परिजनों को पुलिस समझा बुझा कर प्रेमी जोड़े की शादी करा दी जिससे प्रेमी जोड़े खुशी है पुलिस कर्मियों का आशीर्वाद लेकर घर गए
जामताली चौकी इंचार्ज हरिमोहन राजपूत ने बताया की लड़की लुधियाना से अपने प्रेमी के साथ गई थी दोनों पक्ष चौकी पर आए लड़का लड़की एक साथ रहने के की बात कर रहे थे दोनों बालिग है दोनों के परिजनों को भी समझा बुझाया दोनों परिवार वाले मान गए शादी कर लिए जोड़े को आशीर्वाद देकर घर भेज दिया गया