दोस्तों के साथ नदी में नहाने गया युवक डूबा हुई मौत लगभग एक घंटे बाद पुलिस की मदद से शव को नदी से बाहर निकाला गया पुलिस शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराने की तैयारी कर रही थी लेकिन परिजन युवक के शव को लेकर घर चले गए  शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया  पुलिस प्रयास की लेकिन परिजन नहीं माने कल सुबह 10 बजे पुना से बड़े भाई के आने के बाद  होगा सुपुर्द खाक

मृतकमोहम्मद इकरार फाइल फोटो

प्रतापगढ़। रानीगंज थाना क्षेत्र के सराय भरत राय नाई बस्ती गांव के रहने वाले इकबाल उद्दीन उर्फ मोन्ने के चौथे नम्बर का 17 वर्षीय बेटा मोहम्मद इकरार बुधवार को दोपहर लगभग 11:00 बजे घर से अपने ही पड़ोस के रहने वाले पांच दोस्त अल बख्श, सूफियान,मस्तान, सायबे आलम के साथ दो मोटर साइकिल से घर से 4 किमी दूर सई नदी चौहर्जन पहुंचे सभी लोग बाइक खड़ी कर नदी में नहाने लगे नहाते समय इकरार बहाव में चला गया जिससे वह डूबने लगा साथ में रहे दोस्तो ने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन वह गहरे पानी में समा गया साथ में रहे दोस्तो ने हल्ला गुहार मचाया तो आसपास के लोग आए खोजबीन शुरू किए पुलिस को सूचना दिए मौके पर कस्बा चौकी इंचार्ज राकेश चौरसिया पहुंचे क्षेत्रीय लोगों की मदद से युवक को नदी ढूंढना शुरू किया लगभग 30 मिनट बाद डूबे हुए युवक का शव मिला सूचना मिलने के बाद रोते बिलखते परिजन भी पहुंच गए शव लेकर घर चले गए

शव लेकर घर पहुंचे परिजनों से बात करते कस्बा चौकी इंचार्ज

चार दिन पहले चला गया था प्रदेश रस्ते में तबियत खराब होने पर लौट आया था

चार दिन पहले ही इकरार अपने दोस्त के साथ इलाहाबाद से पुणे ट्रेन से जा रहा था लेकिन रास्ते में तबीयत खराब हो जाने पर वह कटनी से ट्रेन से उतर गया और साथ में रहा उसका दोस्त भी इसी के साथ उतर गया वहां से दूसरी ट्रेन से इलाहाबाद पहुंचा और घर चला आया मा रोते हुए कही चला गया था कमाने मौत खींच लाई आधे रस्ते से लौटा आज हो गई मौत कहते रोते हुए बेहोश हो गई

सभी दोस्तों को लेके गया था इकरार

साथ में रहे दोस्तों ने बताया कि इकरार कई दिनों से कह रहा था गर्मी बहुत है चलो कहीं नहा कर आते हैं लेकिन अन्य दोस्त नहीं जा रहे थे आज सभी दोस्तों को जीत करके नदी में नहाने के लिए ले गया था जहां पर इकरार नदी के बहते पानी के बहाव में चला गया जिससे वह डूब गया एक घंटे खोजबीन के बाद नदी में ही उसका शव मिला

5 भाइयों 1 बहन में सब से लाडला था

इकबाल उद्दीन उर्फ मनने घर पर रहकर किसी करते हैं और शादी विवाह में खाना बनाते हैं घर-घर जाकर बोल भी काटने का काम करते हैं2 बड़े बेटी की शादी कर चुके है इकरार की शादी ढूंढ रहे थे इससे छोटा एक भाई एक बहन उससे छोटा भाई है ननिहाल से पहुंची बहन का रो रो कर बुरा हाल

प्रदेश से बड़े भाई के आने के बाद कल 10 बजे होगी मिट्टी

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