पट्टी सर्किल में पुलिस चौकियों और चेक पोस्टों पर लटका ताला, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
पुलिस की गैरमौजूदगी से अपराधियों के हौसले बुलंद, जनसहयोग से बनी चौकियों पर नहीं तैनात जवान
प्रतापगढ़। पट्टी सर्किल अंतर्गत विभिन्न थाना क्षेत्रों में स्थापित पुलिस बूथ व चेक पोस्ट अब अपनी उपयोगिता खोते नजर आ रहे हैं। इन बूथों का ताला लंबे समय से नहीं खुला और न ही वहां किसी पुलिसकर्मी की नियमित तैनाती देखने को मिलती है।
कंधई थाना क्षेत्र के वीरमऊ गांव में पट्टी-चिलबिला मार्ग पर सड़क किनारे स्थापित पुलिस बूथ बीते एक माह से बंद पड़ा है। यह चेक पोस्ट दिलीपपुर थाना क्षेत्र को भी कवर करता है, लेकिन बूथ पर किसी भी दिन पुलिस की मौजूदगी नहीं रहती। नतीजतन संदिग्ध गतिविधियों और अवैध परिवहन पर रोकथाम नहीं हो पा रही है।
इसी तरह पट्टी के पूरे धना क्षेत्र में बनाई गई अस्थाई चौकी पर भी हालत कुछ ऐसी ही है। कभी-कभार ही चौकी का ताला खुलता है, जिससे आमजन में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।
पूर्व पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल के कार्यकाल में पट्टी सर्किल में एक दर्जन से अधिक चेक पोस्ट व पुलिस बूथ स्थापित किए गए थे, जिनका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस उपस्थिति बढ़ाकर अपराधों पर नियंत्रण करना था। लेकिन अब हालत यह है कि सप्ताह में एक बार भी बूथों के ताले नहीं खुलते।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वीरमऊ चेक पोस्ट नए दीवानगंज चौकी प्रभारी के कार्यभार संभालने के बाद से पूरी तरह से निष्क्रिय हो गया है।
पुलिस चौकियों की यह स्थिति न सिर्फ कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती है बल्कि अपराधियों को खुलेआम घूमने और गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने का मौका भी देती है। जन सहयोग से बनाई गई इन चौकियों पर जिम्मेदारी से ड्यूटी न किया जाना प्रशासन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।
जनता की मांग:
स्थानीय लोगों ने उच्चाधिकारियों से मांग की है कि चेक पोस्टों की नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए और इन पर पुलिसकर्मियों की तैनाती अनिवार्य की जाए, ताकि क्षेत्र में कानून व्यवस्था प्रभावी बनी रह सके।