पत्नी से विवाद के बाद युवक ने सोशल मीडिया पर किया सुसाइड का एलान, प्रयागराज जाते समय पुलिस ने बचाई जान
प्रतापगढ़/प्रयागराज,।प्रतापगढ़ जिले के मांधाता कोतवाली क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां समय रहते हुई पुलिस कार्रवाई ने एक युवक की जान बचा ली। पत्नी से मामूली विवाद के बाद मानसिक तनाव में आए युवक विजय गुप्ता ने सोशल मीडिया पर आत्महत्या की घोषणा कर दी और प्रयागराज की ओर निकल गया था।
जानकारी के मुताबिक, विजय गुप्ता का दो दिन पहले अपनी पत्नी से किसी घरेलू विषय को लेकर विवाद हो गया था। मानसिक रूप से आहत विजय ने आज दोपहर अपने मोबाइल से फेसबुक पर एक भावुक पोस्ट करते हुए आत्महत्या करने की बात लिखी। पोस्ट में उसने प्रयागराज की ओर प्रस्थान करने की जानकारी भी दी।
सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होते ही विजय के परिजन और परिचितों में हड़कंप मच गया। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई। प्रतापगढ़ पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए प्रयागराज पुलिस से समन्वय किया और एक संयुक्त टीम बनाई गई।
GPS लोकेशन और टेक्नोलॉजी के सहारे युवक को ढूंढ निकाला गया
पुलिस की साइबर सेल ने विजय गुप्ता के मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया, जिससे पता चला कि वह प्रयागराज की ओर जा रहा है। प्रयागराज सीमा में दाखिल होने से पहले ही पुलिस ने रेलवे स्टेशन और बस अड्डों सहित कई प्रमुख स्थानों पर उसकी तलाश शुरू कर दी। कुछ ही घंटों के भीतर प्रयागराज और प्रतापगढ़ पुलिस की टीम ने मिलकर युवक को सकुशल खोज निकाला।
युवक को फिलहाल सुरक्षा में रखा गया है और परिवार के सुपुर्द करने की प्रक्रिया चल रही है। मानसिक तनाव के मद्देनज़र उसे काउंसलिंग भी उपलब्ध कराई जाएगी।
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पुलिस की तत्परता ने बचाई एक कीमती जान
इस घटना ने न सिर्फ सोशल मीडिया की ताकत को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया कि यदि पुलिस और प्रशासन सक्रिय भूमिका निभाएं तो समय रहते गंभीर घटनाओं को रोका जा सकता है।
स्थानीय थाना प्रभारी ने बताया कि –
> “हमारे पास जैसे ही सूचना आई, हमने बिना देर किए प्रयागराज पुलिस से संपर्क किया और लोकेशन ट्रैक कर युवक को ढूंढ निकाला। अब वह सुरक्षित है।”
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समाज को देना होगा साथ। यह घटना एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि मानसिक तनाव और घरेलू विवादों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। परिवार, समाज और प्रशासन को मिलकर ऐसे व्यक्तियों को समय पर सहयोग और परामर्श देने की आवश्यकता है।
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आपका क्या कहना है?क्या सोशल मीडिया पर इस तरह की पोस्ट को गंभीरता से लेना चाहिए? क्या ऐसे मामलों में प्रशासन की ओर से कोई स्थायी समाधान होना चाहिए? अपनी राय कमेंट में जरूर दें।