अतिक्रमण और अवैध पार्किंग से रानीगंज चौराहे पर जाम की समस्या, जिम्मेदार चुप
प्रतापगढ़। लखनऊ–वाराणसी राज्यमार्ग पर स्थित रानीगंज कस्बे का मुख्य चौराहा इन दिनों अतिक्रमण और अवैध पार्किंग की समस्या से जूझ रहा है। चौराहे पर राज्यमार्ग की दोनों पटरियों पर दुकानदारों और ठेला–खोमचा वालों ने कब्जा जमा रखा है, जिससे सड़क की चौड़ाई घटकर आधी रह गई है। स्थिति यह है कि ई-रिक्शा और ऑटो चालकों ने भी यहां स्थायी रूप से वाहन खड़ा करना आम बात बना दी है, जिससे यह चौराहा मानो पार्किंग स्थल में तब्दील हो गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए उस समय के थाना प्रभारी आदित्य सिंह ने चेकिंग प्वाइंट बनाकर व्यवस्था सुधारी थी। चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती और नियमित निगरानी से जाम की समस्या काफी हद तक कम हो गई थी। लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद यह व्यवस्था ढह गई और चेकिंग प्वाइंट बंद हो गया। नतीजतन, अतिक्रमण और अवैध पार्किंग की पुरानी समस्या फिर से लौट आई है।
रानीगंज चौराहे पर सुबह और शाम के समय जाम की स्थिति भयावह हो जाती है। स्कूल के समय बच्चों के वाहन और बाजार के समय खरीदारी करने वाले लोगों की भीड़ के कारण घंटों तक वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। ट्रक और बड़े वाहन भी इसी चौराहे से गुजरते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है।
व्यापारियों और राहगीरों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की ओर से नियमित कार्रवाई न होने के कारण अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं। लोग खुलेआम सड़क पर दुकान सजाते हैं और वाहन खड़ा कर देते हैं, जिससे यातायात बाधित होता है। स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि चौराहे से अतिक्रमण हटाने और अवैध पार्किंग पर रोक लगाने के लिए स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि रानीगंज कस्बे को जाम से निजात मिल सके।