प्रतापगढ़ के मानिकपुर में अंतिम संस्कार के दौरान दर्दनाक हादसा
22 वर्षीय युवक गंगा में डूबा, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
प्रतापगढ़ जिले के मानिकपुर थाना क्षेत्र से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। गंगा नदी के किनारे स्थित राजघाट पर नाना के अंतिम संस्कार के दौरान 22 वर्षीय अजय गौतम गंगा में डूब गया। तेज बहाव में बहने के कारण देर रात तक उसका कोई पता नहीं चल सका। इस घटना ने नाना की मौत से पहले से ही शोकाकुल परिवार को और गहरे दुख में डाल दिया है।
अंतिम संस्कार के दौरान हादसा
मानिकपुर थाना क्षेत्र के गंगा राजघाट पर शुक्रवार की दोपहर रामपुर गड़ौली गांव के निवासी रामदीन गौतम का अंतिम संस्कार चल रहा था। गांव के लोग और परिजन शोकाकुल माहौल में विधि-विधान के साथ शव को अंतिम विदाई दे रहे थे। इसी दौरान मृतक का नाती, 22 वर्षीय अजय गौतम, घाट की अंतिम सीढ़ी पर खड़ा होकर परंपरागत क्रियाकर्म देख रहा था।
बताया जा रहा है कि अचानक उसका पैर फिसल गया और वह गंगा नदी में जा गिरा। नदी का बहाव तेज होने के कारण अजय कुछ ही पलों में गहराई की ओर बह गया। परिजनों ने तुरंत शोर मचाकर लोगों को बुलाया, लेकिन तब तक अजय गंगा की लहरों में ओझल हो चुका था।
तलाश में जुटी पुलिस और गोताखोर
हादसे की सूचना पाते ही मानिकपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। थाना अध्यक्ष दीप नारायण के अनुसार, “राजघाट से लेकर करेंटी घाट तक स्थानीय गोताखोरों और पुलिस टीम के साथ युवक की तलाश जारी है। नदी का बहाव बहुत तेज होने के कारण बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण है।”
राहत एवं बचाव दल की नावें लगातार घाट के किनारे से गहराई तक तलाशी कर रही हैं। आसपास के ग्रामीण भी मदद के लिए जुटे हुए हैं, लेकिन देर शाम तक युवक का कोई पता नहीं चल सका।
अजय गौतम – परिवार का सहारा
डूबने वाला युवक अजय गौतम परिवार का बड़ा बेटा था। उसके पिता राम लखन मजदूरी कर घर चलाते हैं। परिवार में दो बहनें – मानसी (20) और मनीषा (18) – तथा एक छोटा भाई सनी (16) भी है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार का अजय एक बड़ा सहारा था। वह खुद भी मजदूरी करके घर चलाने में पिता का हाथ बंटाता था।
गांव के लोग बताते हैं कि अजय मेहनती और जिम्मेदार स्वभाव का युवक था। उसकी अचानक हुई मौत की आशंका ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है।
परिवार पर टूटा दोहरा आघात
नाना रामदीन गौतम की मौत ने परिवार को पहले ही शोकसंतप्त कर दिया था। परिजन उनके अंतिम संस्कार की रस्में निभा रहे थे, तभी अजय के डूबने की घटना ने दुख को और गहरा कर दिया। परिवार के लोग अब बेटे की लाश मिलने की प्रार्थना कर रहे हैं ताकि उसे भी सम्मानजनक अंतिम संस्कार दिया जा सके।
गांव में पसरा मातम
घटना के बाद से पूरे गांव में मातम का माहौल है। लोग परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह परिवार पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, ऊपर से यह घटना उनके जीवन में अंधकार ले आई है।
प्रशासन से मदद की उम्मीद
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए ताकि वे इस कठिन समय से उबर सकें। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि युवक के शव को जल्द ढूंढने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।