प्रतापगढ़ में कोचिंग टीचर गिरफ्तार, जेल भेजा गया

नाबालिग छात्रा का वीडियो वायरल करने और धमकी देने का मामला – पुलिस की बड़ी कार्रवाई, समाज को दिया सख्त संदेश

रानीगंज में सनसनीखेज खुलासा

प्रतापगढ़। जनपद के रानीगंज थाना क्षेत्र की रहने वाले एक महिला ने रानीगंज थाने पर तहरीर देकर आरोप लगाया था कि इसकी नाबालिग बेटी को एक कोचिंग में पढ़ाने वाला फतनपुर के रामपुर का रहने वाला युवक उसी बेटी का वीडियो बना कर ब्लैक मेल कर रहा और धमकी दे रहा जिससे बाद रानीगंज पुलिस पॉस्को दुष्कर्म सहित गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी आज आरोपी को पकड़ जेल भेज दिया

प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज क्षेत्र में शिक्षा जगत को कलंकित करने वाला मामला सामने आया है। कोचिंग सेंटर में पढ़ाने वाले शिक्षक का असली चेहरा उजागर होने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आरोपी शिक्षक ने अपनी ही छात्रा का वीडियो वायरल कर धमकी दी और जब गिरफ्तारी का दबाव बढ़ा तो रेलवे ट्रैक पर जाकर आत्महत्या का नाटक रचा। लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

घटना की शुरुआत – कैसे बना डरावना खेल?

सूत्रों के मुताबिक, आरोपी शिक्षक ने नाबालिग छात्रा को कोचिंग के दौरान बहकाने की कोशिश की। धीरे-धीरे उसने छात्रा के निजी पलों को मोबाइल में कैद कर लिया और उसे धमकी देने लगा कि अगर उसने उसकी बात नहीं मानी तो वह वीडियो को वायरल कर देगा।

परिवार को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और आरोपी पर निगरानी रखी।

आत्महत्या का नाटक – पुलिस को गुमराह करने की कोशिश

गिरफ्तारी के डर से आरोपी ने एक नई चाल चली। उसने रेलवे ट्रैक पर जाकर वीडियो रिकॉर्ड किया और उसमें आत्महत्या करने की धमकी दी। इस वीडियो के जरिए उसने खुद को निर्दोष साबित करने का प्रयास किया और समाज में सहानुभूति बटोरने की कोशिश की।

लेकिन पुलिस ने तकनीकी जांच और मुखबिर की सूचना के आधार पर उसकी लोकेशन ट्रैक की और समय रहते पकड़ लिया।

गिरफ्तारी की बड़ी सफलता

एसपी प्रतापगढ़ डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन में पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित की। एएसपी पूर्वी शैलेन्द्र लाल और सीओ रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी के पर्यवेक्षण में रानीगंज पुलिस ने शेखूपुर नहर पुलिया के पास से आरोपी को धर दबोचा।
पुलिस ने आरोपी के पास से वह मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया, जिससे आपत्तिजनक वीडियो वायरल किया गया था।

आरोपी की पहचान  कमलेश यादव उम्र: लगभग 24 वर्ष पता: सुजानपुर थाना बादशाहपुर, जनपद जौनपुर (हाल रामापुर थाना फतनपुर, प्रतापगढ़)

समाज में गुस्सा और सवाल

इस घटना ने न केवल परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि शिक्षा जैसे पवित्र पेशे में ऐसे लोग कैसे घुस जाते हैं जो छात्रों का भविष्य संवारने के बजाय उन्हें डर और अपमान का सामना करने पर मजबूर करते हैं।

समाज को सीख क्या मिलती है?

1. शिक्षक-छात्र संबंध की गरिमा: शिक्षक को आदर्श होना चाहिए। छात्रों के जीवन को संवारना ही उसकी जिम्मेदारी है, न कि उन्हें ब्लैकमेल करना।

2. सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल अपराध है: किसी का निजी वीडियो वायरल करना न केवल कानूनन अपराध है बल्कि समाज में कलंक भी है।

3. समय पर कार्रवाई जरूरी: परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना देकर आरोपी की योजना को नाकाम कर दिया।

4. युवाओं को जागरूक करना: मोबाइल और इंटरनेट का दुरुपयोग जिंदगी बर्बाद कर सकता है।

पुलिस की सख्त चेतावनी

पुलिस ने साफ कर दिया है कि इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी ताकि समाज में भय और अनुशासन बना रहे।

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