प्रतापगढ़ में बड़ा पुलिस एक्शन – गुलशन यादव पर इनाम बढ़कर ₹1 लाख
प्रतापगढ़ जनपद में अपराध जगत से जुड़े बड़े चेहरों में शामिल समाजवादी पार्टी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष और कुंडा के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गुलशन यादव पर पुलिस ने शिकंजा और कस दिया है। प्रयागराज जोन के एडीजी ने उनकी गिरफ्तारी पर घोषित इनाम राशि को ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1 लाख कर दिया है। इससे साफ संकेत मिलते हैं कि पुलिस अब किसी भी हाल में इस फरार आरोपी को पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने जा रही है।
कई संगीन धाराओं में दर्ज हैं मुकदमे
गुलशन यादव पर हत्या, रंगदारी, मारपीट, धमकी और गैंगस्टर एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वह लंबे समय से फरार चल रहा है और गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित कर दी हैं जो विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही हैं।
राजनीतिक पहचान भी मजबूत
गुलशन यादव सिर्फ अपराध जगत में ही नहीं, बल्कि राजनीतिक दुनिया में भी पहचाने जाते है। उसने विधानसभा चुनाव में कुंडा के दिग्गज विधायक राजा भैया के खिलाफ ताल ठोंकी थी। हालांकि चुनाव में गुलशन यादव को सफलता नहीं मिली, लेकिन इस कदम ने उनको सुर्खियों में ला दिया।
भाई पहले से जेल में, संपत्ति पर कार्रवाई
गुलशन यादव के छोटे भाई और समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव पहले से ही जेल में बंद हैं। छविनाथ पर भी हत्या समेत कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस और प्रशासन ने दोनों भाइयों की करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क कर ली है।
पुलिस का सख्त संदेश
एएसपी पश्चिमी संजय राय ने कहा, “कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वाले किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा। इनाम राशि बढ़ने और संपत्ति कुर्की से गुलशन यादव पर पुलिस का दबाव और बढ़ गया है।”
अपराध जगत में हलचल
इनाम राशि बढ़ने और कुर्की की कार्रवाई से अपराध जगत में खलबली मच गई है। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और गुलशन यादव के करीबी लोगों से पूछताछ कर रही है। यह माना जा रहा है कि जल्द ही उसकी गिरफ्तारी हो सकती है।
कानून का शिकंजा और कसता जा रहा
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत गुलशन यादव का मामला एक बड़ा उदाहरण है। गैंगस्टर एक्ट के तहत संपत्ति जब्त करना और इनाम बढ़ाना बताता है कि प्रशासन अब किसी भी अपराधी को राजनीतिक या सामाजिक पहुंच के कारण बख्शने के मूड में नहीं है।
गुलशन यादव की गिरफ्तारी अब पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। इनाम बढ़ने से जहां उसकी तलाश और तेज हो गई है, वहीं जनता की निगाहें भी पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पुलिस अपने इस हाई-प्रोफाइल टारगेट को पकड़ने में सफल होती है या वह अभी भी गिरफ्तारी से बचने में कामयाब रहेगा।
 
		
