प्रतापगढ़ में देर रात हुई पुलिस की रूटीन चेकिंग अचानक बड़े खुलासे में बदल गई। आसपुर देवसरा थाने की टीम ने जब दो संदिग्ध बाइक सवार युवकों को रोका तो वे घबराकर भागने लगे। पुलिस ने पीछा किया और जो बरामदगी हुई, उसने सभी के होश उड़ा दिए—दोनों के पास से निकली 501 ग्राम एमडी ड्रग्स, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 5 करोड़ रुपये आंकी गई है।
प्रतापगढ़ पुलिस ने आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र में नशे के कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को दबोच लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 501 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 5 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। यह अब तक की जिले की सबसे बड़ी ड्रग्स बरामदगी बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, बीती रात आसपुर देवसरा थाने की पुलिस टीम रूटीन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान बाइक पर सवार दो युवक पुलिस को देखकर भागने लगे। शक होने पर पुलिस ने उनका पीछा किया और कुछ ही दूरी पर दोनों को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान उनके पास से भारी मात्रा में एमडी ड्रग्स मिली। पकड़े गए आरोपियों की पहचान आशीष और शिवम के रूप में हुई है।
एसपी प्रतापगढ़ दीपक भूकर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि यह गिरोह पिछले एक साल से प्रतापगढ़ समेत आसपास के जिलों में नशे का जाल फैला रहा था। इनकी सप्लाई नेटवर्क काफी सक्रिय थी और युवाओं को टारगेट कर यह ड्रग्स बेचा जा रहा था। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई क्षेत्र में ड्रग्स के अवैध कारोबार पर बड़ी चोट है और आगे भी ऐसे अपराधियों पर नकेल कसने का अभियान जारी रहेगा।
पुलिस ने आरोपियों की बाइक भी जब्त कर ली है और आगे की जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है। एसपी ने ड्रग्स बरामद करने वाली पुलिस टीम की सराहना करते हुए उन्हें 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि इस गिरोह के तार प्रदेश के अन्य बड़े शहरों से भी जुड़े हो सकते हैं। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर उनके सप्लायर और अन्य नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है।
यह कार्रवाई प्रतापगढ़ पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि लगातार बढ़ रहे नशे के कारोबार पर लगाम लगाने की दिशा में यह सबसे अहम कदम है। ग्रामीण और शहरी इलाकों में बढ़ रही नशे की लत से परेशान अभिभावकों के लिए भी यह कार्रवाई राहत की खबर है।