थाना रानीगंज में बड़ा खुलासा — वादी ने रची चोरी की साजिश, स्वयं छुपाए गहने बरामद, आरोपी गिरफ्तार

प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के कसेरुआ गांव में 28 सितंबर 2025 को दर्ज कराई गई चोरी की एफआईआर में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। प्रारम्भिक रिपोर्ट व पुलिस कार्रवाई के अनुसार वादी द्वारा दी गई चोरी की सूचना पूरी तरह से जाली निकली और उसी वादी के घर से चोरी के बताए गए आभूषण उसी व्यक्ति ने छिपाकर रखे थे। थाना रानीगंज पुलिस ने त्वरित जांच में आरोपी प्रदीप उर्फ पिन्टू यादव (आयु करीब 26 वर्ष) को गिरफ्तार कर उसके बताए स्थान से कुल 16 सफेद व पीली धातु के आभूषण बरामद किए हैं।

घटना 28.09.2025 को ग्राम कसेरुआ निवासी वादी ने थाना रानीगंज में  अज्ञात चोर के नाम से रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके घर से उसकी  भाभी के गहने अज्ञात चोरों द्वारा चोरी हो गए। इस सूचना के बाद इलाके में हलचल रही और ग्रामीण व परिजन घटना की खबर से व्यग्र हो उठे।

जांच व गिरफ्तारी । रानीगंज थाना पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों व वाहनों की चेकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना के आधार पर ग्राम कसेरुआ में ही एक संदिग्ध को निगरानी में लिया। जांच के दौरान प्रदीप उर्फ पिन्टू यादव पुत्र रामसमुझ यादव को उसके घर के पास हिरासत में लिया गया। पुलिस ने पूछताछ में आरोपी के बयानों व संदिग्ध व्यवहार को देखते हुए उसकी निशानदेही कराने को कहा, जिसके बाद आरोपी ने खुद स्वीकार किया कि उसने चोरी नहीं करवाई बल्कि उसने ही घर के गहने निकाले और उन्हें छुपाकर रख दिया था।

बरामदगी का ब्यौरा । युवक की निशानदेही पर पुलिस ने उसके बताये स्थान से सफेद व पीली धातु के कुल 16 आभूषण बरामद किए हैं। बरामद आभूषणों में निम्नलिखित आइटम शामिल हैं — एक जोड़ी झुमका (पीली धातु), एक अदद करधनी (पीली धातु), एक जोड़ी पायल (सफेद धातु), एक जोड़ी बिछिया (सफेद धातु), एक जोड़ी कड़ा पैर का (सफेद धातु), कड़ा पैर के 11 पीस (सफेद धातु), एक अदद हार (पीली धातु), एक अदद मांगटीका (पीली धातु), एक अदद करधनी (सफेद धातु), एक जोड़ी पुराना पायल (सफेद धातु), एक अदद तीन लड़कियों की गले की चेन (सफेद धातु), एक जोड़ी कान की छोटी बाली (पीली धातु), एक अदद नाक की कील (पीली धातु), एक अदद गले की चैन (पीली धातु), एक अदद अंगूठी (पीली धातु) व एक अदद सलाई (पीली धातु)। बरामदगी के बाद मूल एफआईआर में धारा की बढ़ोत्तरी पुलिस ने कर दी।

पुलिस के अनुसार आरोपी का कारण बताते हुए बयान:

पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि उसकी हाल ही में शादी हुई है और शादी के खर्च व अन्य ज़रूरी खर्चों के कारण उसने अपने भाई से आर्थिक मदद माँगी थी, परन्तु उसे पैसा नहीं मिला। मजबूरी में उसने कुछ लोगों से उधार लिया था और वादा किया था कि दो महीने बाद वह पैसे चुका देगा। जब समय पर वह पैसा चुका नहीं पाया तो उस पर दबाव बढ़ने लगा और वसूली करने वाले दबाव बनाते रहे। परेशान हालात में उसने चोरी की अफवाह का “लाभ” उठाने की योजना बनाई — ताकि वह घर में रखे गहने चुरा कर कहीं छुपा दे और बाद में गहने बेचकर कर्ज चुका दे।

पुलिस के अनुसार आरोपी ने स्वीकार किया कि 28/09/2025 को दोपहर के लगभग 2 से 3 बजे के मध्य, जब उसकी पत्नी व मां खेत पर गई थीं, तब उसने घर में रखी आलमारियों व बक्सों की वस्तुएँ इधर-उधर फैला दीं ताकि यह प्रतीत हो कि घर में ताला-टाला तौला हुआ है और चोरी हुई है। इसके बाद उसने 112 नंबर पर फोन कर चोरी की झूठी सूचना दी और थाने में लिखित शिकायत करवा दी। बाद में उसने उसी चोरी गए बताए गए गहनों को मिट्टी के बर्तन में रखकर अपने ही कच्चे घर के नीचे गड्ढे में छुपा दिया था तथा पुलिस को बताया कि यदि वे चाहें तो वह स्थान दिखायेगा।

पुलिस का रुख व कार्रवाई :थाना प्रभारी ने बताया कि त्वरित छानबीन व स्थानीय मुखबिरों की सहायता से आरोपी को हिरासत में लिया गया। आरोपी के निशानदेही पर गहने बरामद कर लिये गये हैं और मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई जारी है। पुलिस ने कहा कि ऐसे मामलों में प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट है कि पीड़ित ने जानबूझकर झूठी सूचना देकर समाज में अफरा-तफरी फैलाई, जिससे समुदाय में भय का माहौल उत्पन्न हुआ। पुलिस ने यह भी कहा कि ऐसे कृत्यों को गंभीरता से लिया जाएगा और कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न कर सके।

गाँव व परिजनों की प्रतिक्रिया :पुलिस के खुलासे के बाद गांव के लोग सकते में हैं। कुछ स्थानीय निवासियों ने बताया कि चोरी की अफवाह सुनकर लोग रातों को जागने लगे थे और सुरक्षा पर अतिरिक्त चौकसी बढ़ा दी गयी थी। ग्राम प्रधान व अन्य बुजुर्गों ने पुलिस की तत्परता की प्रशंसा की है और कहा कि ऐसे मामलों से सामाजिक विश्वास को ठेस पहुंचती है। वहीं कुछ लोगों ने बताया कि वादी के इस कदम से पीड़ित परिवार का ही अपमान हुआ और सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचा है।

कानूनी पहलू व सार्वजनिक संदेश


कानून के तहत झूठी एफआईआर दर्ज कराना व समाज में अफवाह फैलाना आपराधिक कृत्य है। इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि घरेलू आर्थिक दबाव के चलते किए गए कृत्य भी आपराधिक श्रेणी में आते हैं और इसके लिए उत्तरदायी व्यक्ति को सजगता से दंडित किया जाएगा। थाना रानीगंज प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अगर किसी को भी किसी प्रकार का संदेह हो तो पहले पुलिस से संपर्क करें और अतिरिक्त जानकारी साझा करें, पर बिना तथ्यों के अफवाह फैलाने से बचें।

रानीगंज थाना की पुलिस की त्वरित व निर्णायक कार्रवाई ने एक संभावित धोखाधड़ी व सामाजिक भ्रम को बेनकाब किया है। आरोपी द्वारा स्वयं गहने छुपाने व चोरी की झूठी सूचना देने का यह मामला स्थानीय समाज के लिए एक चेतावनी है कि व्यक्तिगत दबाव के कारण किए गए अवैधानिक कदमों के गंभीर परिणाम होते हैं। आगे की कानूनी कार्यवाही व साक्ष्य संकलन के बाद पीड़ित पक्ष व अभियुक्त के खिलाफ अदालत में आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

पूरी रिपोर्ट पुलिस द्वारा प्रेस नोट से लिखी गई है।

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