प्रतापगढ़ जनपद में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए चल रहे पुलिस अभियान के बीच बुधवार देर शाम कोहड़ौर थाना क्षेत्र में एक बार फिर मुठभेड़ की घटना सामने आई। किशनगंज रोड पर चेकिंग के दौरान पुलिस की दो बदमाशों से आमने-सामने भिड़ंत हो गई। दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया। घायल बदमाश सगे भाई बताए जा रहे हैं — आदित्य (24) पुत्र रामसिंह यादव और दीपक (41) पुत्र रामसिंह यादव, दोनों निवासी थाना बाजपुर, जनपद लखीमपुर, उत्तराखंड।


सूत्रों के अनुसार, कोहड़ौर पुलिस किशनगंज रोड पर संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान बाइक सवार दो व्यक्तियों को रोकने का इशारा किया गया, लेकिन दोनों रुकने के बजाय तेजी से भागने लगे। पुलिस टीम ने पीछा किया तो आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली दोनों के पैरों में लगी और वे मौके पर ही गिर गए। पुलिस ने उनकी बाइक, तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं।
जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों भाई काफी समय से कंधई और कोहड़ौर थाना क्षेत्रों में लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। खासकर दीपक के खिलाफ 12 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज हैं, जबकि आदित्य भी कई मामलों में संदिग्ध बताया जा रहा है। दोनों पर टप्पेबाजी और छिनैती की एक के बाद एक वारदातों को अंजाम देने के आरोप हैं, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैली हुई थी।
घटना के बाद घायल बदमाशों को पुलिस अधिकारी यश धनंजय राय अपने साथ लेकर जिला अस्पताल और फिर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। वहीं अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी शैलेंद्र लाल भी मौके पर पहुंचे और पूरे प्रकरण की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि दीपक और उसका भाई मिलकर जिले में चोरी, टप्पेबाजी और छिनैती की घटनाओं को अंजाम देते थे। उनके आपराधिक नेटवर्क और अन्य साथियों की जानकारी जुटाई जा रही
कोहड़ौर की इस मुठभेड़ के बाद पुलिस का अभियान और तेज किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि जनपद में शांति और सुरक्षा का माहौल बना रहे।






