प्रतापगढ़ में चलती काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस की छत पर चढ़ा युवक, 40 मिनट तक ठप रहा रेल ट्रैक – बड़ा हादसा टला

प्रतापगढ़ में शनिवार शाम उस समय हड़कंप मच गया, जब काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस (14258) पर एक युवक अचानक चलती ट्रेन की छत पर चढ़ गया। घटना प्रतापगढ़ के मां बेल्हा देवी धाम रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूर नया माल गोदाम रोड के पास हुई। हाईवोल्टेज तारों के नीचे ट्रेन की छत पर करीब 40 मिनट तक युवक का खुला प्रदर्शन यात्रियों, स्थानीय लोगों और रेलवे अधिकारियों के लिए चिंता का बड़ा कारण बन गया। रेलवे कंट्रोल रूम की तत्परता और बिजली आपूर्ति बंद किए जाने से एक बड़े हादसे को टाल दिया गया और युवक की जान बच गई।

कैसे शुरू हुई घटना

शनिवार शाम करीब 4:20 बजे नई दिल्ली से मंडुवाडीह जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस प्रतापगढ़ के मां बेल्हा देवी धाम रेलवे स्टेशन पर समय से पहुंची थी। ट्रेन के रुकते ही यात्रियों की चहल-पहल शुरू हो गई थी। इसी दौरान संत कबीर नगर निवासी 27 वर्षीय मोहम्मद अनस नाम का युवक अचानक स्टेशन पर आया और बिना कुछ बोले सीधे ट्रेन के एक डिब्बे की छत पर चढ़ गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक युवक शांत था, लेकिन उसके हावभाव सामान्य नहीं लग रहे थे। यात्रियों और स्थानीय लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह किसी की बात नहीं मान रहा था। तभी ट्रेन आगे बढ़ने लगी और युवक भी ट्रेन की छत पर ही खड़ा रह गया।

चलती ट्रेन की छत पर खतरनाक करतब

ट्रेन के स्टेशन से निकलते ही युवक हाईवोल्टेज तारों के बीच बेहद खतरनाक तरीके से चलने लगा। चूंकि ट्रेन इलेक्ट्रिक लाइन के नीचे चल रही थी, इसलिए ऊपर छत पर होना जानलेवा था। बताया गया कि युवक एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे पर दौड़ता गया और लगभग 4 डिब्बों की छत पार कर गया।

कई यात्री मोबाइल से उसका वीडियो बनाने लगे। वहीं ट्रेन के अंदर बैठे लोग दहशत में थे कि कहीं युवक हाईटेंशन लाइन की चपेट में न आ जाए, क्योंकि तार मात्र कुछ फीट ऊपर ही थे।

12 मिनट बाद मिली सूचना, तुरंत रोकी गई बिजली

करीब 12 मिनट के बाद रेलवे अधिकारियों को चलती ट्रेन की छत पर युवक के होने की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम सक्रिय हुआ। सबसे पहले ओवरहेड लाइन की बिजली सप्लाई तत्काल बंद कराई गई, ताकि युवक को झटका लगने का खतरा न रहे। इसके बाद ट्रेन को कुछ दूरी पर नया माल गोदाम रोड के पास रोक दिया गया।

इस दौरान सभी रेलवे फाटक बंद करा दिए गए, जिससे ट्रैक के दोनों ओर जाम जैसे हालात बन गए।

मौके पर पहुंची जीआरपी, पीछा कर पकड़ा युवक

ट्रेन रुकते ही जीआरपी और आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने युवक को नीचे उतरने के लिए समझाने की कोशिश की, लेकिन वह किसी की बात नहीं सुन रहा था। वह छत पर इधर-उधर भागता रहा।

इस पर जीआरपी के एक सिपाही ने साहस दिखाते हुए ट्रेन की छत पर चढ़कर युवक का पीछा किया। जैसे ही युवक ने सिपाही को आते देखा, वह और तेजी से एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे की ओर दौड़ने लगा। आखिरकार सिपाही ने जोखिम उठाते हुए उसे दबोच लिया और शाम करीब 5:10 बजे सुरक्षित नीचे उतारा।

इसके बाद युवक को हिरासत में लेकर पुलिस थाना ले गई।

मानसिक रूप से विक्षिप्त निकला युवक

जीआरपी ने पूछताछ में बताया कि युवक संत कबीर नगर का रहने वाला मोहम्मद अनस है। वह पिछले कुछ समय से मां बेल्हा देवी धाम रेलवे स्टेशन के आसपास घूमता दिखाई देता था। प्रारंभिक जांच में यह जानकारी मिली है कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है और इसी कारण उसने यह खतरनाक कदम उठाया।

पुलिस ने परिजनों से संपर्क स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

40 मिनट तक रुकी रहीं ट्रेनें, यात्रियों को परेशानी

इस घटना के कारण प्रयागराज-लखनऊ रेलमार्ग पर करीब 40 मिनट तक ट्रैफिक पूरी तरह ठप रहा। काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के अलावा करीब आधा दर्जन ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों और सिग्नलों पर खड़ी रहीं। यात्रियों को देरी के कारण काफी परेशानी उठानी पड़ी। कई यात्री ट्रेन में फंसे रहे, जबकि आने-जाने वाली लोकल और पैसेंजर ट्रेनों पर भी असर पड़ा।

स्थानीय लोगों में रहा कौतूहल

यात्री ही नहीं, आसपास के लोग भी बड़ी संख्या में मौके पर जमा हो गए। लोग मोबाइल से वीडियो बनाते रहे। कई लोगों का कहना था कि अगर ओवरहेड बिजली समय से बंद न होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था।

रेलवे कर्मियों ने बताया कि इतनी तेज़ बिजली लाइन के बीच किसी का छत पर चलना मौत को दावत देने जैसा है। बिजली कभी भी फ्लैशओवर करके व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकती है।

रेलवे की सतर्कता से बची युवक की जान

रेलवे अधिकारियों और जीआरपी की तुरंत कार्रवाई से युवक की जान बच गई और यात्रियों के बीच राहत की सांस ली गई। घटना के बाद ट्रेन को हरी झंडी दी गई और रेल संचालन सामान्य हो सका।

प्रतापगढ़ जैसी व्यस्त लाइन पर इस तरह की घटना रेलवे सुरक्षा की बड़ी चुनौती है। यह सौभाग्य ही था कि समय रहते बिजली काट दी गई और युवक को सुरक्षित बचा लिया गया। फिलहाल युवक को चिकित्सीय परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है और उसके परिवार को सूचित कर दिया गया है। रेलवे ने यात्रियों और जनता से अपील की है कि ऐसी खतरनाक हरकतों से दूर रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।

यह पूरी घटना एक बड़े हादसे में बदल सकती थी, लेकिन रेलवे की तत्परता और जीआरपी की बहादुरी ने एक जान बचा ली।

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