प्रतापगढ़। रानीगंज पुलिस ने ऑटो-रिक्शा और मोबाइल चोरी की घटना का बड़ा खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। भगवतगंज बाजार पुलिया के पास हुई इस कार्रवाई ने दो दिन पहले हुई चोरी की वारदात की पूरी कहानी सामने ला दी है। पुलिस ने शुरू में एक नामजद और एक अज्ञात आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, लेकिन तकनीकी जांच और लगातार दबिश के बाद दोनों शातिर चोरों को पकड़ लिया गया।

चोरी की रात: प्रयागराज से प्रतापगढ़ आए और मौका मिलते ही भाग निकले

घटना 8/9 दिसंबर 2024 की रात की है। प्रयागराज के झूसी थाना क्षेत्र का निवासी ऑटो-रिक्शा चालक दो युवकों को लेकर प्रतापगढ़ आ रहा था। रास्ते में नरसिंहगढ़ पुलिया के पास चालक को पेशाब के लिए उतरना पड़ा। जैसे ही वह नीचे उतरा, दोनों युवकों ने मौके का फायदा उठाया।

ऑटो-रिक्शा में चाबी लगी हुई थी और चालक का वीवो मोबाइल भी अंदर रखा था। दोनों युवकों ने वाहन स्टार्ट किया और मोबाइल समेत फरार हो गए। चालक कुछ समझ पाता, इससे पहले ही चोरी को अंजाम देकर आरोपी हवा हो चुके थे।

तकनीकी जांच का कमाल: चोरी हुआ मोबाइल बना चोरों की गिरफ्तारी की कुंजी

रानीगंज पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की और सबसे पहले चोरी हुए मोबाइल नंबर को ट्रैक किया। फोन बंद था, लेकिन नंबर का उपयोग किसने किया, इसका पता लगाने में पुलिस तकनीक ने बड़ी भूमिका निभाई।

जांच में पाया गया कि मोबाइल नंबर का उपयोग प्रतापगढ़ के सचिन पाल कर रहा है। पुलिस ने तुरंत दबिशें शुरू कीं और भगवतगंज बाजार पुलिया से सचिन पाल को धर दबोचा। उसके साथ एक युवक और मिला, जिसकी पहचान अनुराग चतुर्वेदी के रूप में हुई।

पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे: जंगल में छिपाया था ऑटो, बेचने जा रहे थे आरोपी

कड़े पूछताछ में सचिन पाल ने चोरी की पूरी कहानी कबूल की। उसने बताया कि उसने अपने साथी अनुराग के साथ मिलकर प्रयागराज से ऑटो-रिक्शा बुक किया था।

सचिन ने बताया:

चालक के उतरते ही उन्होंने ऑटो और मोबाइल लेकर भागने की योजना पर काम किया।

सचिन खुद ऑटो चला रहा था जबकि अनुराग ने मोबाइल का सिम निकालकर दूर फेंक दिया ताकि लोकेशन ट्रेस न हो सके।

मोबाइल अनुराग ने अपने पास रख लिया था।

ऑटो-रिक्शा को उन्होंने रानीगंज क्षेत्र के पास एक जंगल में छिपा दिया था।

दोनों उसे जल्द बेचने की फिराक में थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

अनुराग पर पहले भी चोरी के आरोप, पुलिस कर रही गहन जांच

पुलिस के अनुसार, आरोपी अनुराग चतुर्वेदी पर पहले भी इसी तरह की चोरियों के आरोप लग चुके हैं। दोनों आरोपी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं और पुलिस इनके गैंग कनेक्शन की भी जांच कर रही है।

पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर छिपाया गया ऑटो-रिक्शा बरामद कर लिया है। चोरी किया गया मोबाइल भी कब्जे में ले लिया गया है।

स्थानीय लोगों ने की पुलिस की सराहना

रानीगंज पुलिस की तेजी, तकनीकी जांच और दबिशों ने दो दिन पुरानी चोरी का खुलासा कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है और उन्हें कोर्ट में पेश कर कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।

स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस की सक्रियता से क्षेत्र में सुरक्षा का भरोसा और मजबूत हुआ है।

रानीगंज पुलिस की सतर्कता और तकनीक ने मिलकर दो चोरों की पूरी चालाकी का पर्दाफाश कर दिया।

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