रायपुर। करोड़ों स्र्पये कीमत की रेलवे पटरी समेत कई सामान चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के शातिर सरगना विनोद मराठा को प्रोटक्शन वारंट पर जबलपुर आरपीएफ से मंदिर हसौद पुलिस रायपुर लेकर आई है। साल 2018 में मंदिर हसौद थाना में रायपुर से महासमुंद तक वालटियर लाइन पर दोहरीकरण के दौरान 368 नग रेलवे पटरी चोरी हुई थी। करीब 2 करोड़ 11 लाख स्र्पये कीमत की पटरियां नवागांव से चुरा ली गई थीं।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी विनोद मराठा ने पटरियों को चोरी कर सिलतरा स्थित इस्पात इंडिया और हिंदुस्तान क्वाइल कंपनी में बेचना स्वीकारा किया है। सोमवार को कोर्ट में पेशकर पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेने की मांग रखेगी।
बता दें कि पिछले दिनों बिलासपुर और नागपुर आरपीएफ की टीम ने सिलतरा क्षेत्र से गैंग के सरगना विनोद मराठा को पकड़ा था। विनोद मराठा ने देश के अलग-अलग रेल लाइन निर्मांण स्थलों से करोड़ों स्र्पये कीमत की रेल पटरियों को चुराकर छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की इस्पात फैक्टरियों में बेचा था।
इस मामले में पुलिस ने फैक्ट्री संचालकों पर भी शिकंजा कसा है। नागपुर आरपीएफ ने चोरी की रेल पटरियां खरीदने वाले दो फैक्ट्री संचालकों को नागपुर तलब किया है। अगर फैक्टी संचालक पेश नहीं हुए तो उनकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी।
रेल पटरियों की चोरी करने वाले कुख्यात विनोद मराठा से राजधानी रायपुर के सिलतरा स्थित हिंदुस्तान क्वाइल और इस्पात इंडिया ने 4 करोड़ स्र्पये में सौदा किया था। मामले में आरपीएफ ने दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान आरोपी विनोद ने कई अहम खुलासा करते हुए बताया कि उसने पटरियों की चोरी मध्यप्रदेश के बालाघाट और जबलपुर के बीच बन रही रेल लाइन से भी पटरियों की चोरी की थी।
इसके बाद चोरी की पटरियों को रायपुर के सिलतरा स्थित दो लौह इस्पात कंपनियों को 4 करोड़ रुपये में बेचा गया था। आरोपी विनोद मराठा ने आरपीएफ की टीम को बताया कि उसने मध्यप्रदेश के सबनापुर और लामता के बीच बिछाई जा रही रेल लाइन से करीब 9 किलोमीटर लंबी 700 पटरियों की चोरी की थी। चोरी के बाद पटरियों को ट्रक में डालकर रायपुर लाया गया और सिलतरा की दो कंपनियों में खपा दिया गया।
(रायपुर से इस्तेखार अहमद की रिपोर्ट)