पूरी दुनिया से कोरोना वायरस की वजह से हाहाकार मचा है और इससे बचने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं। इस बीच दक्षिण अफ्रीका से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, एक चर्च के पादरी ने कोरोना वायरस से बचाने के लिए लोगों को एक दवा के तौर पर डेटॉल पिला दिया। चर्च के पादरी रुफस फला ने कथित तौर पर ने चर्च की सेवा करने के उद्देश्य से लोगों को ये डेटॉल पिलाया।
डेटॉल पिलाने की वजह से 59 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चार अन्य की हालत गंभीर है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच में पुलिस जुट गई है। पुलिस के अनुसार, पैगंबर के अनुयायियों को यह विश्वास है कि डेटॉल उन्हें घातक कोरोना वायरस और किसी भी अन्य बीमारियों के प्रकोप से दूर रखेगा।
पहले से ही विभिन्न बीमारियों से पीड़ित लोगों को कीटाणुनाशक के जरिए ठीक किए जाने का वादा किया गया था। हाल ही में, उसी पादरी ने अपने चर्च के सदस्यों को डेटॉल पिलाई, ये कहते हुए कि एंटीसेप्टिक तरल उनकी बीमारी को ठीक कर देगा।
भगवान ने मुझे दिया था आदेश
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पैगंबर रुफस ने लोगों को कीटाणुनाशक पीने के लिए कहा था। उन्होंने वादा किया था कि वे अपनी बीमारी से ठीक हो जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि यह दवा आपके शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा, लेकिन कोरोना वायरस सहित किसी भी बीमारी के खिलाफ ये इन्सुलेशन के रूप में कार्य करता है।
‘मुझे पता है कि डेटॉल हानिकारक है, लेकिन भगवान ने मुझे इसका इस्तेमाल करने का निर्देश दिया। मैं इसे पीने वाला पहला व्यक्ति था’। उन्होंने दावा किया कि उन्हें उन लोगों से व्हाट्सएप संदेश मिल रहे थे जिन्होंने कहा था कि वे ठीक हो गए हैं
इस्तेखार अहमद की रिपोर्ट