फाफामऊ कर्जनपुल पुल पर भूखे बन्दरों के मसीहा बने रोहित यादव

प्रयागराज। फाफामऊ के कर्जनपुल पर आम दिनों में बड़ी संख्या में तरबूज़ पपिता,ककड़ी,खीरा आदि बेचने कछार में बोए गए फल सब्ज़ी के व्यापारी आते थे व्यापारीयों व राहगीरों द्वारा दिए गए फल व सब्ज़ी से बड़ी संख्या में बन्दरों का भी पेट भरता था।लॉक डाऊन के बाद से व्यापार ठप है ऐसे में इन बेज़ुबान जानवरों के उपर भी भोजन का संकट पैदा हो गया तो इन बन्दरों के लिए फाफामऊ मे रहने वाले समाजवादी पार्टी शहर उत्तरी के मीडिया प्रभारी रोहित यादव मसीहा बन कर सामने आए।वह लगातार एक हफ्ते से कर्जन पुल पहुंचते हैं और उन बेज़ुबानो के लिए एक थैले में पपिता,ककड़ी ,खीरा तथा बिस्किट आदि लेकर उन्हे खिला कर संतुष्टी का एहसास करते हैं।इन्के साथ इनके साथी सूरज प्रजापति,राहुल यादव,निक्का मिश्रा,काशी यादव,अनिल भारतीय,अमन प्रजापति,शुभम यादव,दीपू यादव आदि भी इनका साथ निभाने और बेज़ुबानों के मसीहा बने हुए हैं।

ज़िला मिडिया प्रभारी सपा सै०मो०अस्करी ने ऐसे सभी समाजसेवी को दिल से नमन करते हुए कहा की आज इलाहाबाद की गंगा जमुनी तहज़ीब को तमाम लोग ज़िन्दा रखे हुए हैं तमाम ऐसे लोग हैं जो मानवता की रक्षा और इनसानियत को बरक़रार रखने की खातिर दिन रात भूखे ग़रीबों और ज़रुरतमन्दों के लिए भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं।

“नींद आएगी भला कैसे उसे शाम के बाद”
“रोटियाँ भी न मयस्सर हों जिसे काम के बाद”

इन दो लाईन की पंक्तियों में उस ग़रीब के दर्द की झलक देखने को मिलती जो दिन रात मेहनत मज़दूरी के बाद रोटियाँ खाता है।लेकिन इस वक़्त उन ग़रीब मज़दूर का काम काज ठप है ऐसे में तमाम स्वंम सेवी संस्थाएँ उन बेसहाराओं का सहारा बनी हुई हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो अपने जेब खर्च पर ताला डाला कर ग़रीबों के लिए भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं।ऐसे ही कीडगंज नई बस्ती के रहने वाले समाजवादी पार्टी छात्र सभा शहर दक्षिणी विधान सभा उपाध्यक्ष शुभम गुप्ता हैं जो लॉक डाऊन के दूसरे ही दिन से दीनदुखियों के भोजन की व्यवस्था अपने पैसों से कर रहे हैं।शुभम ने आज ऐसे माहौल में जहाँ लोग अपने अपने मुहल्लों के लोगों को प्राथमिक्ता दे रहे हैं वही शुभम ने रास्ते के कई मोहल्लों के लोगों मे खाने के पैकेट पहोँचाने पुलिस कर्मियों को भोजन के पैकेट पकड़ाते हुए ईरिकशा से शाहगंज थाना क्षेत्र के दायरा शिह अजमल मुस्लिम बस्ती में पहोँचे जहाँ कई ऐसे परिवार थे जहाँ कुछ लोगों के घर चूल्हा नहीं जला था और घर में छोटे छोटे बच्चे भी थे उन सब को पूड़ी सब्ज़ी के पैकेट और पानी के पाऊच दिए तो उन लोगों ने मसीहा बन कर आए शुभम के लिए दिल से दुआएँ दी।शुभम के साथ अमित सोनकर,मुन्ना केसरवानी,मोनू जायसवाल,शरद केसरवानी,सागर केसरवानी भी अपने जेब खर्च में कटौती कर अपने दोस्त के साथ कन्धे से कन्धा मिला कर साथ दे रहे हैं।हालांकि शुभम की पीड़ा भी है उनहो ने बताया की जब वह राहत पैकेट बाँट कर लौट रहे थे तो चन्द्रलोक सिनेमा हाल के पास पेट्रोल पम्प पर पेट्रोल भराने लगे और कहा हवा भी डाल दो तो पेट्रोल पम्प कर्मियों ने उनसे बाईक में हवा डालने के २० रुपये मांग लिए।अस्करी ने बताया की लोग आज मौक़े का फायदा उठाने से भी नहीं चूक रहे।ग़रीब सब्ज़ी वाले तो सही रेट मे सामान बेच रहे हैं लेकिन आँटा दाल चावल और तेल घी चीनी के होल सेल व्यापारी डेढ़ गुना दाम में छोटे व्यापारीयों को सामान दे रहे हैं जिस्से पुटकर दूकानदारों से लोग रोज़ किच किच करते रहते हैं

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