भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आज अंतिम संस्कार हुआ डॉ मनमोहन सिंह की शादी 1958 में हुई थी उनकी पत्नी का नाम गुरशरण कौर है। इन दोनों के कुल तीन बेटियां हुई सबसे बड़ी उपिंदर सिंह, दूसरी दमन सिंह और सबसे छोटी अमृत सिंह। डॉ मनमोहन सिंह की तीनों बेटियों ने अपने पिता से अलग ही राजनीति से बिल्कुल अलग अपना रास्ता चुना और बड़ा मुकाम भी हासिल किया
बड़ी बेटी उपिंदर सिंह :डॉ मनमोहन सिंह की सबसे बड़ी बेटी उपिंदर अपने पिता से अलग राजनीति में रुचि न रख बल्कि वह अपना अलग पहचान बनाया और उसमें कामयाब भी हुई है वह अशोका यूनिवर्सिटी में फैकल्टी डीन हैं। इनके पति लेखक है जिनका नाम विजय तन्खा है। उपिंदर ने भी कई किताबें लिखी हैं और 2009 में उन्हें सोशल साइंसेज में इंफोसिस पुरस्कार दिया गया। सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली और मैकगिल विश्वविद्यालय, मॉन्ट्रियल से डिग्री प्राप्त कीं उपिंदर को कैंब्रिज और हार्वर्ड जैसे संस्थानों फेलोशिप भी मिल चुकी है। जब संजय बारू ने ‘एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ किताब लिखी थी तब उपिंदर सिंह ने इसकी कड़ी आलोचना की थी तब काफी चर्चा में भी आई थीं
अमृत सिंह: डॉ मनमोहन सिंह की दूसरी बेटी हैं। वह ह्यूमन राइट्स की जानी-मानी वकील है। और स्टैन्फोर्ड यूनिवर्सिटी में लॉ की प्रोफेसर भी हैं। यह दुनिया भर में कई ह्यूमन राइट्स मुद्दों पर काम किया है। अमृत की फैकल्टी बायो के मुताबिक मौजूदा वक्त में वह स्टैन्फोर्ड लॉ स्कूल में प्रैक्टिस ऑफ लॉ की प्रोफेसर हैं। यह भी राजनीति से किसी भी तरह की कोई रुचि नहीं रखती और अपने चुने हुए कार्य में लगी ही है और बड़ा मुकाम भी हासिल कर रही है।
दमन सिंह: डॉ मनमोहन सिंह की तीसरी सबसे छोटी बेटी दमन सिंह एक प्रोफेशनल लेखक हैं। उन्होंने द लास्ट फ्रंटियर के अलावा स्ट्रिक्टली पर्सनलः मनमोहन एंड गुरशरण नाम से अपने पैरेंट्स की बायोग्राफी लिखी है। इस किताब में पिता के व्यक्तिगत किस्से हैं, जो मनमोहन सिंह के चरित्र को गहराई से रूबरू कराती है। दमन सिंह की शादी आईपीएएस अधिकारी अशोक पटनायक से हुई है।दोनो खुशी से रह रहे है अपनी लेखनी से अपने ही पिता के जिंदगी के पूरी कहानी लिखी है